किसानों के ‘दिल्ली चलो’मार्च की वजह से दिल्ली में भयंकर ट्रैफिक लग रहा है। इस कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। आंदोलन के कारण 13 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ लगने वाले 5 प्रमुख रास्तों को सील कर दिया गया है। इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि किन रास्तों से आपको जाना है और किन रास्तों से नहीं।

टिकरी, सिंघू और झरोदा में हरियाणा के साथ लगे दिल्ली बॉर्डर और चिल्ला-गाजीपुर में उत्तर प्रदेश के साथ के बॉर्डर को दिल्ली पुलिस ने सील कर दिया। पुलिस ने बैरिकेड्स, लोहे की कीलों और कंक्रीट की कई परतों से रास्ते को बंद कर दिया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों ने दिल्ली के कई हिस्सों में अपना मार्च शुरू कर दिया था।

किसानों को देखते हुए दिल्ली पु्लिस ने एडवाइजरी जारी कर दी। ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से दिल्ली से बाहर जान के लिए लोनी, औचंदी, जोंटी, पियाउ मनियारी और सफियाबाद में बॉर्डर क्रॉस का उपयोग करने की सलाह दी। रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में दिल्ली में 100 से अधिक चोक पॉइंट्स पर ट्रैफिक और अधिक खराब होने की संभावना है।

इस बीच दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में ट्रैफिक पुलिस ने यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर 1095, 9971009001 और 9643322904 जारी किए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और कर्ज माफी पर कानून सहित अपनी मांगों के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन का कूच कर रहे हैं।

आज फिर शुरू होगा किसानों का मार्च

पंजाब के किसान मंगलवार को राज्य के बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस के साथ भिड़ गए। जिसके बाद उनके ऊपर आंसू गैस और पानी की बौछारों की गई। किसानों ने दिल्ली में मार्च को रोकने वाले बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की थी।

अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव किए जाने से एक पुलिस उपाधीक्षक समेत चौबीस पुलिसकर्मी घायल हो गए। किसान नेताओं ने कहा कि पुलिस ने रबर की गोलियां भी चलाईं और दावा किया कि हरियाणा के अंबाला शहर के करीब शंभू सीमा पर उन पर हुए हमले में 60 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

पुलिस ने हरियाणा के जींद जिले में भी सीमा पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। पुलिस के मुताबिक, दाता सिंहवाला-खनौरी बॉर्डर पर हुई इस झड़प में उनके नौ लोगों को चोटें आईं। शाम को पुलिस के साथ कई घंटों तक चली झड़प के बाद किसान नेताओं ने दिन के लिए विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि वे बुधवार को शंभू से मार्च फिर से शुरू करेंगे।