दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने भारत के बाहर किसी गैंगस्टर की पहली गिरफ्तारी की है राजधानी के मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों में से एक दीपक पहल उर्फ बॉक्सर (Deepak Pahal alias Boxer) को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीमों ने मैक्सिको (Mexico) में दबोचा है।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यह ऑपरेशन मार्च के मध्य में शुरू हुआ था। ऑपरेशन को यूएस फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) और मैक्सिको पुलिस की सहायता से चलाया गया था। 30 दिनों से भी कम समय में पुलिस ने पाया कि दीपक पहल ने मैक्सिको के कैनकन तक पहुंचने के लिए पांच देशों की यात्रा की थी और अमेरिका पहुंचने के लिए सीमा पार करने की योजना बना रहा था। दीपक पहल को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। 2021 में रोहिणी अदालत के अंदर प्रतिद्वंद्वियों द्वारा गोगी गिरोह के नेता जितेंद्र गोगी की गोली मारकर हत्या हो गई थी। उसके बाद से दीपक कुख्यात गोगी गिरोह का नेतृत्व कर रहा है।
स्पेशल सेल के मुताबिक पिछले साल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बैठक की थी, जिसमें पुलिस को संगठित अपराधियों/आतंकवादियों का कानूनी तौर पर पकड़ने का निर्देश दिया गया था, जो विदेश में छिपने की कोशिश कर रहे हैं। मीडिया से बात करते हुए विशेष पुलिस आयुक्त एचजीएस धालीवाल (Special Cell) ने कहा, “हमने दिशानिर्देशों पर बड़े पैमाने पर काम किया और गोगी और टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गोल्डी बराड़, दीपक बॉक्सर, कौशल और लकी पटियाल जैसे गैंगस्टर हमारी लिस्ट में हैं। गोगी की हत्या के बाद दीपक पहल नेक्सस के ऑपरेशनल कमांड के रूप में उभरा था।”
दीपक पहल एक राष्ट्रीय स्तर का मुक्केबाज है और उसने भारत में चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। दीपक ने फर्जी पासपोर्ट बनाने के लिए बरेली, यूपी में दो लोगों की मदद ली, जिसे वह कोलकाता से दुबई ले जाता था। जनवरी में पुलिस ने कहा कि दीपक पहल कई जांच एजेंसियों से बचने के लिए ‘रवि अंतिल’ नाम के फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर देश से भाग गया और कम से कम पांच देशों को पार कर गया।
अधिकारियों ने कहा कि दीपक पहल का मैक्सिको भागना दुबई से शुरू हुआ था। वहां से वह अल्माटी, इस्तांबुल, पनामा सिटी और अंत में अल सल्वाडोर गया। अल सल्वाडोर से उसके सहयोगियों ने उसे कैनकन तक पहुंचने में मदद की। विशेष पुलिस आयुक्त धालीवाल ने कहा कि अमेरिकी दूतावास और मैक्सिको पुलिस के कार्यालय की मदद से तकनीकी और मैनुअल दोनों तरह की व्यापक तलाशी ली गई और फिर दीपक पहल की लोकेशन टीम को मिली।