Delhi Mayor Election: दिल्ली मेयर चुनाव (Delhi Mayor Election) से पहले नगर निगम ने 10 एल्डरमैन (Aldermen) नियुक्त किए हैं। जिसको लेकर आम आदमी पार्टी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। बता दें, 4 दिसंबर के निकाय चुनावों के बाद शुक्रवार को पहली बार निगम सदन बुलाया जाएगी। इसी दिन सभी नवनिर्वाचित पार्षद शपथ लेंगे। फिर मेयर और डिप्टी मेयर चुने जाएंगे।
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को एक अधिसूचना जारी करके कहा कि उपराज्यपाल वी के सक्सेना द्वारा 10 सदस्यों को नामित किया गया है। अधिसूचना में कहा गया है कि दिल्ली नगर निगम अधिनियम, 1957 (1957 की 66) की धारा 3 की उप-धारा (3) के खंड (बी) के उप-खंड (आई) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल 2022-2027 की अवधि के लिए दिल्ली नगर निगम में प्रतिनिधित्व करने के लिए निम्नलिखित व्यक्तियों को मनोनीत करते हैं।
वहीं आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने बुधवार (4 जनवरी, 2022) को आरोप लगाया कि शुक्रवार को होने वाले मेयर पद के चुनाव से पहले दिल्ली नगर निगम (MCD) के लिए मनोनीत किए गए 10 ‘एल्डरमैन’ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ता हैं। एमसीडी ने उनके नाम दिल्ली सरकार को दरकिनार करते हुए सीधे उपराज्यपाल को भेज दिए।
आतिशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह उपराज्यपाल को नाम भेजे गए, उसमें दिल्ली सरकार को दरकिनार किया गया। उन्होंने कहा कि उचित प्रक्रिया यह है कि सरकार उपराज्यपाल को नाम भेजती है। आप विधायक ने कहा कि भाजपा को आम आदमी पार्टी को मिले जनादेश का सम्मान करना चाहिए।
किसे बोलते हैं एल्डरमैन-
‘एल्डरमैन (Aldermen)’ उन लोगों को कहा जाता है, जो अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ होते हैं। हालांकि, मेयर चुनाव में उनके पास मतदान का अधिकार नहीं होता है।
आप ने भाजपा की 15 साल के शासत को खत्म किया
बता दें, 2012 के बाद पहली बार एकीकृत नगर निगम अस्तित्व में आएगा। 1958 में अस्तित्व में आये पूर्ववर्ती एकीकृत दिल्ली नगर निगम को 2012 में तीन भागों में बांट दिया गया था। हालांकि, पिछले मई में इसे पुन: एकीकृत कर दिया गया। एक नया परिसीमन किया गया था, जिसके बाद दिसंबर में चुनाव हुए। इस चुनाव में आप ने 134 सीटों पर जीत दर्ज की, जिससे नगर निगम में भाजपा के 15 साल की सत्ता को खत्म किया था। 250 सदस्यीय सदन में बीजेपी ने 104 वार्डों में जीत हासिल की थी। वहीं बीजेपी को 9 सीटों पर संतोष करना पड़ा था।