Delhi LG will Filed Case on AAP Leaders: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने करप्शन और झूठे आरोपों के लिए आम आदमी पार्टी नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का फैसला लिया हैं। इन नेताओं में सौरभ भारद्वाज, आतिशी और दुर्गेश पाठक समेत पार्टी के कई नेताओं के नाम शामिल है। एलजी हाउस के अधिकारी ने एएनआई को बताया कि दिल्ली के डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन की वाइस चेयरमैन जैस्मिन शाह के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल साल 2016 में नोटबंदी के दौरान दिल्ली के मौजूदा उपराज्यपाल विनय सक्सेना तब खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष पद पर थे। कथित तौर पर आम आदमी पार्टी उस दौरान विनय सक्सेना पर प्रतिबंधित नोट बदलने के मामले को लेकर हमलावर है। एलजी हाउस के अधिकारियों ने बुधवार (31 अगस्त) को कहा कि “दिल्ली के गवर्नर वीके सक्सेना केवीआईसी के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के कई अपमानजनक और झूठे आरोपों के लिए आप के कई नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। अधिकारियों ने कहा, “दिल्ली एलजी ने आप नेताओं के खिलाफ 1,400 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप को उनकी कल्पना की उपज करार दिया।”

AAP नेता LG वीके सक्सेना का मांग रहे इस्तीफा

आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, जबकि बीजेपी विधायक भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मंत्री सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को बर्खास्त करने के लिए दबाव बना रहे हैं। आम आदमी पार्टी के विधायकों ने मांग की है कि नोटबंदी के दौरान गैरकानूनी तरीके से ब्लैक मनी को व्हाइट करने का जो घोटाला खादी विलेज इंडस्ट्री कमीशन में हुआ केंद्र सरकार उसकी निष्पक्ष जांच करवाए। आप ने इस भ्रष्टाचार में संबंधित अधिकारियों पर विनय सक्सेना ने दबाव डाला था कि वो नोट बदलें।

BJP और AAP के विधायकों ने रात भर दिया धरना

बता दें कि भ्रष्टाचार केआरोपों को लेकर आम आदमी पार्टी के मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग को लेकर बीजेपी विधायकों ने मंगलवार (30 अगस्त) को लगातार दूसरे दिन दिल्ली विधानसभा में रात भर धरना जारी रखा। सत्तारूढ़ आप और बीजेपी दोनों के नेताओं की तरफ से नारेबाजी के बीच बीजेपी विधायकों को तीसरे दिन सदन से बाहर कर दिया गया। दरअसल, भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर दोनों पार्टियों के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच सोमवार (29 अगस्त) को आप और बीजेपी दोनों के विधायकों ने विधानसभा परिसर में रात भर धरना दिया था।