Delhi LG Visited the Shelter Home: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (VK Sasena) शेल्टर होम (Shelter Home) का दौरा करने पहुंचे थे। जहां उन्हें यह जानकर हैरानी हुई कि दिल्ली में लोग खुले में शौच करने पर मजबूर हैं। मालूम हो कि दिल्ली के एलजी ने कश्मीरी गेट (Kashmiri Gate) और हनुमान मंदिर शेल्टर होम का दौरा किया और वहां रह रहे लोगों की समस्याएं सुनी।

इस दौरान वीके सक्सेना को उस समय झटका लगा जब उन्हें पता चला कि दिल्ली में शौचालय और जगह की कमी के चलते कई लोग यमुना नदी के किनारे शौच करने और फुटपाथ पर सोने के लिए मजबूर हैं।

उपराज्यपाल सक्सेना रैन बसेरों में रहने वालों की वास्तविक स्थिति देखने के लिए शेल्टर होम का दौरा करने पहुंचे थे। उपराज्यपाल ने आईएसबीटी और हनुमान मंदिर शेल्टर होम, दोनों रैन बसेरों में जाकर वहां रहने वालों से बात की और वहां उन्हें मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। एनडीटीवी ने एलजी गवर्नर ऑफिस के हवाले से लिखा कि वीके सक्सेना ने यह दौरा शुक्रवार की रात किया।

इस दौरान रैन बसेरा में रहने वाले लोगों ने एलजी को बताया कि उनमें से कई लोग सड़क के किनारे और फुटपाथ पर सोने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि रैन बसेरों में केवल 600 लोग ही रह सकते हैं। लोगों ने बताया कि अन्य क्षेत्रों में उनके जैसे लगभग 5,000 बेघर लोग हैं। उपराज्यपाल को लोगों ने बताया कि रैन बसेरों में केवल उन्हीं लोगों को खाना दिया जाता है, जो वहां पंजीकृत हैं।

अधिकारियों ने कहा कि लोगों ने आश्रय गृहों में शौचालयों की भारी कमी के बारे में भी बताया। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि उपराज्यपाल ने आश्रय गृहों में जगह और इसके आसपास शौचालयों की कमी पर गहरी चिंता व्यक्त की। हालांकि एलजी ने आश्रय गृहों में लोगों के लिए पर्याप्त संख्या में रजाई/कंबल होने और सफाई की सराहना की।

वहीं उपराज्यपाल ने क्षेत्र में भिखारियों और नशा करने वालों के पुनर्वास को लेकर एक व्यापक योजना की भी बात कही। बता दें कि सरकार के मुताबिक, अगले साल सितंबर में यहां होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन को देखते हुए कश्मीरी गेट आईएसबीटी के पास रहने वाले 1,000 से अधिक भिखारियों को जनवरी में कहीं और रैन बसेरों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।