राजधानी में सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी की सरकार और केंद्र में काबिज भाजपा के नेताओं में अब खतों के जरिए एक-दूसरे को घेरने की राजनीति शुरू हो गई है। इसका शिकार अब दिल्ली के उपराज्यपाल हो रहे हैं। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तुगलकी और तानाशाह बताया है। पत्र में उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। स्वामी ने राष्टÑपति को यह खत सोमवार (20 जून) को लिखा था। पत्रकारों को इस खत की प्रति बुधवार को मिली।
उधर, दिल्ली के आम आदमी पार्टी के 12 विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को टैंकर घोटाले के मामले में दिल्ली के उपराज्यापाल से मिलने गया। जब उन्हें उपराज्यपाल से मिलने का समय नहीं मिला, तो उन्होंने उन्हें एक पत्र लिखकर अपनी बात कही।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर उनका ध्यान राजधानी में संविधान का पालन नहीं होने की तरफ खींचा। उन्होंने पत्र में कहा कि संविधान में दिल्ली के अधिकारों का बखान किया गया है, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री उनका पालन नहीं कर रहे हैं। स्वामी के मुताबिक, दिल्ली में शासन व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। आम आदमी पार्टी संवैधानिक शक्तियों का पालन करने के बजाए उसका दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने पत्र में केजरीवाल पर तानाशाह मोहम्मद बिन तुगलक की तरह काम करने का आरोप लगाया है। स्वामी ने पत्र में दिल्ली के उपराज्यपाल के काम करने के तरीकों पर भी सवाल खड़े किए हैं।
उधर दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग पर निशाना साधते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने उन्हें एक पत्र लिखकर मांग की कि शीला दीक्षित की सरकार के दौरान कथित घोटालों से जुड़े चार मामलों में जंग एसीबी प्रमुख एमके मीणा के साथ खुद को सह-आरोपी बनाएं। इन मामलों में से एक मामला केजी बेसिन से प्राकृतिक गैस के मूल्य निर्धारण से जुड़ा है। आम आदमी पार्टी के 12 विधायक इन मांगों के साथ करीब 11.30 बजे उपराज्यपाल के आधिकारिक आवास राजनिवास गए। उन्होंने बाद में दावा किया कि जंग ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। लेकिन उपराज्यपाल सचिवालय ने कहा कि पूरे दिन के लिए जंग का कार्यक्रम पहले से तय था और उनसे मिलने के लिए प्रक्रिया अपनानी होती है। दिल्ली में इन दिनों राजनीतिक घटनाक्रम लगातार बदल रहे हैं।
दिल्ली की भ्रष्टाचार-रोधी शाखा एसीबी के प्रमुख मीणा ने कहा कि टैंकर घोटाले में दीक्षित के अलावा मुख्यमंत्रीं अरविंद केजरीवाल से भी पूछताछ की जा सकती है। जंग पर कथित दोषियों का बचाव करने का आरोप लगाते हुए आप विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि उनकी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल से भी संपर्क किया है और उनसे मांग की है कि इन मामलों को याचिकाओं पर सदन की समिति को भेजा जाए। उन्होंने कहा कि इस समिति के पास उपराज्यपाल तक को समन जारी करने का अधिकार है। आप विधायक राजेन्ंद्र पाल गौतम के हस्ताक्षर वाले एक पत्र में कहा गया है कि उपराज्यपाल अपनी निष्क्रियता के जरिए इन चार एफआइआर में दीक्षित का बचाव करते रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से एसीबी प्रमुख के तौर पर थोपे गए मीणा ने भी इस आपराधिक गतिविधि में आपके साथ साठगांठ कर रखी है। भारती ने दावा किया कि इन विधायकों की राजनिवास में इस तरह से तलाशी ली गई जैसे एक आतंकवादी की तलाशी ली जाती है और उन्हें जंग से मिलने का समय नहीं दिया गया, जबकि जंग अपने आवास में मौजूद थे।