Election Results 2019: कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का जिक्र किया था। साथ ही, कहा था कि वरिष्ठ नेता पार्टी की जगह अपने बेटों की जीत दिलाने में लगे रहे। इसके एक दिन बाद राजस्थान सरकार की कैबिनेट में शामिल 2 मंत्रियों ने भी गहलोत पर निशाना साधा है। उन्होंने राहुल गांधी का समर्थन करते हुए राजस्थान में हार के लिए जवाबदेही तय करने की मांग की।
मंत्रियों ने कही यह बात: सहकारिता मंत्री उदयलाल अंजना ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कई निर्वाचन क्षेत्रों में अतिरिक्त काम कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। वहीं, खाद्य और नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता मामलों के मंत्री रमेश चंद मीणा ने चेतावनी दी कि इस हार को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
National Hindi News, 27 May 2019 LIVE Updates: पढ़ें आज की बड़ी खबरें
एक भी सीट नहीं जीत पाई कांग्रेस: गौरतलब है कि 2014 लोकसभा चुनाव की तरह 2019 लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस राजस्थान की एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत पाई। यहां की 25 सीटों में से बीजेपी ने 24 पर जीत दर्ज की। वहीं, एक सीट बीजेपी की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के खाते में गई।
CWC की मीटिंग में राहुल गांधी ने कही थी यह बात: बता दें कि लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक हुई थी। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ और वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का नाम लेते हुए कहा था कि वरिष्ठ नेताओं का इंटरेस्ट पार्टी की जगह अपने बेटों में ज्यादा रहा। राहुल गांधी ने कहा कि गहलोत जोधपुर में अपने बेटे के लिए करीब 7 दिन तक प्रचार करते रहे और उन्होंने बाकी राज्य को नजरअंदाज कर दिया। सीएम के बेटे वैभव गहलोत को 2.7 लाख वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा। उन्हें बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हराया।
रमेश चंद मीणा ने की आत्मनिरीक्षण की मांग: रमेश चंद मीणा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एकदम सही बात कही। राहुल जी ने जो कहा, उसका आत्मनिरीक्षण होना चाहिए। उस पर विचार-विमर्श और रिसर्च होनी चाहिए। इतनी बड़ी हार के लिए पार्टी को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। अगर जरूर किया जाए, जिससे पार्टी को भविष्य में इतनी बड़ी हार का सामना नहीं करना पड़े। मीणा ने कहा कि पार्टी को यह कारण देखना चाहिए कि सरकार में होने के बावजूद हम हार क्यों गए? इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए। इस मामले में गहलोत और कमलनाथ दोनों को आत्ममंथन करने की जरूरत है।
सहकारिता मंत्री ने रखा यह पक्ष: सहकारिता मंत्री उदयलाल अंजना ने कहा कि राहुल जी चुनाव के नतीजों से परेशान हैं और इस्तीफा देने की पेशकश कर रहे हैं तो वरिष्ठ नेताओं को इस पर जरूर सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान की टिकट सही तरीके से नहीं दिए गए थे। इसके कई कारण हैं। गहलोत के बेटे का मुद्दा भी है। टिकट बंटवारे में कई दिक्कतें थीं। समय पर कई मुद्दों का समाधान नहीं किया गया।