उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सोमवार को फटकार के बाद तीन महीने की छुट्टी मांगने वाले गौतमबुद्धनगर (नोएडा) के जिलाधिकारी बी.एन. सिंह को हटाकर उनके खिलाफ जांच के आदेश दे दिये गये। मुख्यमंत्री द्वारा नोएडा में कोविड—19 संक्रमण की रोकथाम की तैयारियों की समीक्षा बैठक के दौरान लगी फटकार के बाद जिलाधिकारी ने मुख्य सचिव आर.के. तिवारी को पत्र लिखकर तीन महीने की छुट्टी मांगी थी। उनका यह पत्र मीडिया में लीक हो गया।
सुहास एल वाई गौतमबुद्ध नगर के नए डीएम होंगे। योगी 30 मार्च को नोएडा, ग्रेटर नोएडा पहुंचे थे। ये इलाके गौतमबुद्ध नगर जिले में आते हैं। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित सबसे ज्यादा लोग इसी जिले में हैं।
सीएम योगी ने शारदा अस्पताल में कोरोना से निपटने के लिए किए गए इंतजाम का जायजा लिया। गरीबों को अन्न व कुछ जरूरी सामान वितरित किया। इसके बाद दिल्ली स्थित यूपी भवन गए। वहां कंट्रोल रूम में चल रहे कामकाज के बारे में जानकारी ली।
इससे पहले सीएम योगी ने गौतम बुद्ध नगर के बड़े अफसरों के साथ बैठक भी की। इस बैठक में वह डीएम बीएन सिंंह पर बुरी तरह भड़क गए। यहां तक कह दिया कि अपना बकवास बंद करो। ये बकवास कर आप लोगों ने माहौल खराब किया है।
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इस बैठक का वीडियो भी सामने आ गया। इस बैठक के तुरंत बाद डीएम ने नोएडा में काम नहीं करने की इच्छा जताई और मुख्य सचिव से तीन महीने की छुट्टी मांग ली। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए जिले में दूसरे डीएम की तैनाती की जाए। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले गौतम बुद्ध नगर जिले में ही सामने आए हैं। अ0 मार्च की शाम पांच बजे तक यहां 37 लोग कोविड-19 पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। देश भर में 1031 मामले सामने आए। 
छुट्टी के लिए नोएडा डीएम की तरफ से भेजी गई अर्जी।
प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक में सीएम आदित्य नाथ ने कहा- जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के बजाय दूसरे के ऊपर दोष मढ़ने का काम चल रहा है। दो महीने पहले मैंने अलर्ट किया था। ये सब बकवास बंद करो अपनी। इस पर दूसरी ओर से ‘जी सर’ की आवाज आई। बैठक में डीएम बीएन सिंह, सीएमओ अनुराग भार्गव, नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी सहित कई अफसर मौजूद थे।
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath to officials at Noida review meeting on Monday: We had issues alert in district and across the state two months back in view of COVID 19. pic.twitter.com/GDqfuc1zCH
— vinod rajput (@vinodrajputs) March 30, 2020
मीटिंग के दौरान जिलाधिकारी बी एन सिंह ने कहा कि वह 18-18 घंटे काम कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने जिले में काम करने में अपनी असमर्थता भी जाहिर कर दी। बता दें कि वह करीब तीन साल से यहां तैनात हैं। पर, डीएम के तर्कों से सीएम संतुष्ट नहीं थे। सीएमओ अनुराग भार्गव ने जब कुछ कहने की कोशिश की तो सीएम ने उन्हें भी चुप करा दिया।
मुख्यमंत्री की नाराजगी का मुख्य कारण अग्निश्मन कंपनी की तालाबंदी नहीं करना और कंट्रोल रूम का ठीक तरीके से काम नहीं करना था। बता दें कि इस कंपनी ने अपने अधिकारियों के विदेश जाने की बात छिपाई। कंपनी के कुछ अधिकारी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। सीएम ने अलग-अलग मसलों पर अफसरों से जानकारी ली। मजदूरों के पलायन का मुद्दा भी प्रमुखता से छाया रहा।
मंगलवार को सीएम योगी के गाजियाबाद जाने का कार्यक्रम है। वहां वह संतोष मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करेंगे। गाजियाबाद के कविनगर में कम्युनिटी किचन देखने और वहां पलायन करके आ रहे लोगों के लिए किए गए इंतजाम का जायजा लेने का भी उनका कार्यक्रम है। गाजियाबाद में COVID 19 के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का कामकाज और इंतजाम भी वह देखेेंगे।
सीएम ने अलग-अलग मसलों पर अफसरों से जानकारी ली। मजदूरों के पलायन का मुद्दा भी प्रमुखता से छाया रहा। मंगलवार को सीएम योगी के गाजियाबाद जाने का कार्यक्रम है। वहां वह संतोष मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करेंगे। गाजियाबाद के कविनगर में कम्युनिटी किचन देखने और वहां पलायन करके आ रहे लोगों के लिए किए गए इंतजाम का जायजा लेने का भी उनका कार्यक्रम है। गाजियाबाद में COVID 19 के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का कामकाज और इंतजाम भी वह देखेंगे।

