कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को 3 मई तक के लिए लॉकडाउन कर दिया है। इस खतरनाक वायरस से हर राज्य अपने-अपने स्तर पर लड़ रहा है। ऐसे में पश्चिम बंगाल में कोरोना के प्रसार को कम करने के लिए राज्य सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों का आकलन करने के लिए केन्द्र सरकार ने एक दल भेजा है। जिसको लेकर तृणमूल कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है।

तृणमूल कांग्रेस ने अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय दलों (आईएमसीटी) के पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस प्रभावित जिलों के दौरे को “एडवेंचर ट्यूरिज्म” करार देते हुए पूछा कि ये दल उन राज्यों में आकलन के लिए क्यों नहीं गए जहां कोविड-19 के मामले और प्रभावित इलाके अधिक हैं। ‘जूम’ एप पर एक संवाददाता सम्मेलन में तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन और सुदीप बंदोपाध्याय ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दल के यहां पहुंचने के करीब तीन घंटे बाद इसकी जानकारी दी गई, जो कि अस्वीकार्य है।

ओ ब्रायन ने कहा, “आईएमसीटी दल ‘एंडवेंचर ट्यूरिज्म’ पर है। मुख्यमंत्री को दल के यहां पहुंचने के तीन घंटे बाद इसकी जानकारी दी गई।” उन्होंने केन्द्रीय दलों के गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश ना जाने पर भी सवाल उठाए, जहां कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले और प्रभावित इलाके हैं। वहीं बंदोपाध्याय ने बताया कि अभी तक रोजाना 452 नमूनों की जांच की जा रही थी और मंगलवार से इसे बढ़ाकर 600 कर दिया गया है। दोनों नेताओं ने कहा कि यह ‘‘राज्य बनाम राज्य’’ का मामला नहीं है और केन्द्र से राज्यों के साथ सहयोग करने की अपील की।

उन्होंने कहा कि नियमों का पालन होने पर राज्य खुश-खुशी केन्द्र सरकार के साथ समन्वय स्थापित करेगा। केन्द्र ने सोमवार को मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में कोविड-19 की स्थिति का आकलन करने के लिए छह आईएमसीटी का गठन किया था। मंत्रालय ने कहा था कि केन्द्र सरकार ने इन स्थानों में कोविड-19 संबंधी हालात का वहां जाकर आकलन करने और चारों राज्यों- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान एवं पश्चिम बंगाल के लिए आवश्यक निर्देश जारी करने के लिए छह अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय दलों (आईएमसीटी) का गठन किया है।