कोरोना संकट के बीच कई ऐसी खबरें आ रही हैं जिसमें अस्पताल और प्रशासन की बड़ी लापरवाही दिखाई देती है। इसी तरह का एक मामला गुरुग्राम से सामने आया है। यहां पांच दिन पहले कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी की वजह से एक अस्पताल में सात लोगों की मौत हो गई थी। अब घटना के इतने दिनों के बाद अधिकारियों का कहना है कि जांच की जा रही है और प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह एक कोविड अस्पताल नहीं था।
गुरुग्राम के सेक्टर 56 के कृति हॉस्पिटल में यह घटना हो गई थी। नाम न बातए जाने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया, ‘इस अस्पताल में कोरोना के मरीज गलत तरीके से भर्ती किए गए थे। यह कोविड डिजिनेटेड हॉस्पिटल नहीं था। रिपोर्ट तैयार है। जांच पूरी होने के बाद ही सभी बातें स्पष्ट होंगी।’
बता दें कि 30 अप्रैल की रात मरीजों के परिजनों ने आरोप लगाया था कि एक ही रात में ऑक्सीजन की कमी की वजह से सात मरीजों की मौत हो गई। जब अस्पताल के लोगों से संपर्क करने को कोशिश की गई तो कोई जवाब नहीं मिला। उस वक्त मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने भी यही कहा था कि ये मौतें ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं हुई हैं बल्कि कोरोना की वजह से लोग मरे।
This is murder. And cover up!
My condolences to the families of the victims. pic.twitter.com/md3tNWp1bZ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 5, 2021
बुधवार को एसएचओ सेक्टर 55/56 पवन मलिक ने कहा, ‘हमें अस्पताल के खिलाफ कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है।’ इसी दिन जारी बयान में जिला प्रशासन ने कहा, गुरुग्राम के प्राइवेट अस्पताल के बारे में एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह पुराना है और आज की स्थिति से इसका कोई लेना-देना नहीं है। गुरुग्राम जिला कलेक्टर ने भी एक ट्वीट किया और कहा कि वीडियो पिछले हफ्ते का है।
बाद में गुरुग्राम के डेप्युटी कमिश्नर ने जांचे के आदेश दिए। राहुल गांधी ने भी उस वीडियो को ट्विटर पर शेयर किया था और कहा था, यह हत्या है।