देश में कोरोना संकट के बीच बढ़ती बेरोजगारी को लेकर विपक्षी दल आवाज उठा रहे हैं। इस क्रम में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने सुर में सुर मिलाया है। बेरोजगारी के खिलाफ सपा और कांग्रेस ने 9 सितंबर को रात 9 बजे 9 मिनट के लिए बत्ती बुझाने की अपील की है।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस संबंध में ट्वीट किया। अपने ट्वीट में अखिलेश ने लिखा कि मुट्ठियां जब बंध जाती हैं नौजवानों की, नींद उड़ जाती है ‘ज़ुल्मी हुक्मरानों’ की। उन्होंने कहा कि आइए युवाओं व उनके परिवार की बेरोज़गारी-बेकारी के इस अंधेरे में हम आज रात 9 बजे, 9 मिनट के लिए बत्तियां बुझाकर क्रांति की मशाल जलाएं, उनकी आवाज़ में आवाज़ मिलाएं! वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी 9 बजे 9 मिनट युवाओं की बात हैशटैग के साथ ट्वीट किया।
प्रियंका ने अपने ट्वीट में लिखा कि इस देश का युवा अपनी आवाज सुनाना चाहता है। उन्होंने कहा कि अपनी रुकी हुई भर्तियों, परीक्षाओं की तिथियों, अपॉइंटमेंट एवं नई नौकरियों को लेकर युवा अपनी आवाज उठा रहा है। आज हम सबको युवाओं की रोजगार की लड़ाई में उनका साथ देने की जरूरत है।
कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी भी केंद्र सरकार के साथ ही पीएम मोदी के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। बेरोजगारी के मुद्दे पर राहुल गांधी का कहना है कि आज देश मोदी सरकार-निर्मित कई आपदाएं झेल रहा है जिनमें से एक है अनावश्यक निजीकरण। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि युवा नौकरी चाहते हैं पर मोदी सरकार PSUs का निजीकरण करके रोज़गार व जमा पूंजी नष्ट कर रही है।
राहुल ने सवाल उठाया कि इससे किसको फायदा होने वाला है। इसके बाद उन्होंने कहा कि इससे बस चंद ‘मित्रों’ का विकास होगा जो मोदी जी के खास हैं। इससे पहले 6 सितंबर को अखिलेश यादव ने युवाओं के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा था। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा था कि युवाओं के गुस्से के तूफान न से भाजपा के झूठे दावों के तम्बू उखड़ गये हैं।
आज भाजपाई जवां आक्रोश से बचने के लिए मुंह छिपाए बैठे हैं। उन्होंने कहा था कि सपा की मांग है कि सरकार युवाओं, छात्रों, परीक्षार्थियों व अभ्यर्थियों की समस्याओं के समयबद्ध समाधान हेतु ‘यूथ-चार्टर’ जारी करे।