राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मतभेदों को सुलझाने के लिए कमलनाथ मध्यस्थता करेंगे। गुरुवार (13 अप्रैल, 2023) को कमलनाथ ने पायलट और संगठन के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की। पता चला है कि उन्होंने हरियाणा के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी मुलाकात की थी।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी के कहने पर कमलनाथ ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात की है। सूत्रों ने कहा कि खड़गे ने वेणुगोपाल से कहा कि वे किसी फैसले पर पहुंचने से पहले पायलट से मिलें और उनका पक्ष सुनें। सूत्रों ने कहा कि पायलट का मानना था कि राजे सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के कथित मामलों में कार्रवाई की मांग को पार्टी विरोधी गतिविधि नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने तर्क दिया कि पार्टी ने 2018 के चुनावों में वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को उजागर किया था और सरकार को कार्रवाई की जानी चाहिए।
राजस्थान में दोनों नेताओं के बीच चल रहे इस विवाद को सुलझाने के लिए कांग्रेस में कई बैठकें हुईं। वेणुगोपाल और पार्टी के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने खड़गे और राहुल से अलग-अलग मुलाकात की, जिसके बाद वेणुगोपाल ने कमलनाथ से मुलाकात कर हस्तक्षेप की मांग की। इसके बाद वेणुगोपाल और सचिन पायलट फिर कमलनाथ के आवास के लिए रवाना हुए और आधे घंटे यह बैठक चली। हुड्डा से मिलने जाने से पहले कमलनाथ ने वेणुगोपाल और रंधावा से भी अलग-अलग मुलाकात की।
कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के अनशन से जुड़े प्रकरण को लेकर गुरुवार को पार्टी नेतृत्व के साथ बैठक की। रंधावा ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी इस विषय पर चर्चा की। उन्होंने बुधवार को भी खड़गे के साथ बैठक की थी। वह गुरुवार को दो बार खड़गे से मिले। सूत्रों का कहना है कि पायलट से जुड़े प्रकरण पर आगे भी मंत्रणा जारी रह सकती है। रंधावा ने बुधवार को कहा था कि पायलट ने मुद्दा सही उठाया है, लेकिन उनका तरीका गलत था। उन्होंने राजस्थान प्रदेश कांग्रेस से जुड़े पहले के कई घटनाक्रमों के संदर्भ में यह भी कहा था कि पहले कई बार कार्रवाई होनी चाहिए थी जो नहीं हुई, लेकिन अब अनुशासनहीनता को लेकर कार्रवाई होगी। पायलट ने राजस्थान में वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्ववर्ती सरकार में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की मांग को लेकर मंगलवार को जयपुर में एक दिन का अनशन किया था।