पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू शनिवार को करतारपुर गए और अपने साथ विवादों को भी जन्म दे गए। इस दौरान पाक पीएम इमरान खान को सिद्धू ने अपना बड़ा भाई बता दिया। सिद्धू के इस बयान पर विपक्ष ने तो हल्ला बोला ही, साथ ही अब कांग्रेस ने नेता भी इसके लिए सिद्धू की आलोचना कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मनीष तिवारी ने शनिवार को कहा कि इमरान खान किसी के भाई हो सकते हैं, लेकिन भारत के लिए वो उस तंत्र का हिस्सा हैं, जो पंजाब में हथियार और नशीले पदार्थों को भेजता है। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को भेजता है। क्या हम इतनी जल्दी पुंछ में अपने जवानों की शहादत को भूल गए हैं?
ये पहली बार नहीं है जब मनीष तिवारी ने सिद्धू या कांग्रेस की नीतियों पर तंज कसा हो। पंजाब कांग्रेस विवाद में भी वो कांग्रेस नेताओं पर निशाना साध चुके हैं। अभी कुछ दिन पहले ही राहुल गांधी के हिन्दू धर्म और हिन्दुत्व वाले डिबेट पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि वो इस बहस से कंफ्यूज हो रहे हैं।
इससे पहले दिन में सिद्धू ने पाकिस्तान के करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में पूजा-अर्चना की और दोनों देशों के बीच ‘दोस्ती का एक नया अध्याय खोलने’ और व्यापार पर जोर दिया। कोविड के प्रकोप के कारण पिछले साल मार्च में गुरुद्वारे की तीर्थयात्रा को निलंबित कर दिया गया था। तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर कॉरिडोर मंगलवार को फिर से खोल दिया गया है।
20 महीने के अंतराल के बाद करतारपुर साहिब कॉरिडोर के फिर से खुलने के बाद, पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने इसके लिए सिद्धू की भूमिका की प्रशंसा की है। सिद्धू को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी के नेतृत्व वाले उस जत्थे से बाहर रखा गया था, जिसने 18 नवंबर को गुरुद्वारे का दौरा किया था।
सिद्धू इससे पहले भी पाकिस्तान और इमरान खान को लेकर विवादों में रह चुके हैं। इमरान खान सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने को लेकर भी सिद्धू पर बीजेपी निशाना साधती रही है।