लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों का चुनाव प्रचार जारी है। इस बीच अलग-अलग नेताओं की बयानबाजी भी जारी है। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के कद्दावर नेता विजय वडेट्टीवार ने एक ऐसा बयान दे दिया, जिससे हंगामा मच गया है।

कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार का विवादित बयान

कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार के अनुसार मुंबई हमले में आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे की हत्या कसाब या आतंकियों की तरफ से चली गोली से नहीं बल्कि आरएसएस को समर्पित एक पुलिस अधिकारी के हथियार से चली गोली से हुई थी। उनके बयान के बाद विवाद शुरू हो गया है।

कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार मुंबई नॉर्थ सेंट्रल से बीजेपी उम्मीदवार उज्जवल निकम के खिलाफ चुनाव प्रचार कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने उज्जवल निकम पर भी निशाना साधा। कांग्रेस नेता ने कहा, “बिरयानी का मुद्दा उठाकर उज्जवल निकम ने कांग्रेस को बदनाम किया। क्या कोई कसाब को बिरयानी देगा? बाद में उज्जवल निकम ने इसे स्वीकार भी कर लिया। कैसा वकील है, गद्दार है, जिसने कोर्ट में गवाही नहीं दी। आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे की मौत कसाब की बंदूक से नहीं बल्कि आरएसएस के वफादार पुलिस अधिकारी की गोली से हुई थी।”

उज्जवल निकम पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि सच छुपाने वाले गद्दार को बीजेपी टिकट दे रही है, आखिर बीजेपी गद्दारों का समर्थन क्यों कर रही है? वहीं इसके बाद कांग्रेस नेता ने अपने बयान पर सफाई दी और कहा, “यह शब्द मेरे नहीं है। मैं वही कहा है जो एसएम मुश्रीफ की किताब में लिखा है। किताब में लिखा है कि हेमंत करकरे को जो गोली मारी गई वह आतंकवादियों की गोली नहीं थी।”

बीजेपी हुई कांग्रेस पर हमलावर

वहीं इस मुद्दे पर बीजेपी हमलावर है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा, “कांग्रेस अपने खास वोट बैंक को खुश करने के लिए किसी भी हद तक गिर सकती है। कांग्रेस नेता ने 26/11 के आतंकियों को क्लीन चिट दी है। हेमंत करकरे जी पर कसाब ने गोली नहीं चलाई थी क्या? कांग्रेस को बिल्कुल भी शर्म नहीं आ रही है।”