कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पर्यावरण प्रभाव आकलन (EIA2020) के मसौदे को लेकर सोमवार (10 अगस्त, 2020) को केंद्र सरकार पर फिर से निशाना साधा और कहा कि इसे वापस लिया जाना चाहिए। केरल के वायनाड से सांसद ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि EIA2020 मसौदे का मकसद ‘देश की लूट’ है। कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘यह एक और खौफनाक उदाहरण है कि भाजपा सरकार देश के संसाधन लूटने वाले चुनिंदा सूट-बूट वाले ‘मित्रों’ के लिए क्या-क्या करती आ रही है।’
राहुल गांधी ने कहा, ‘देश की लूट और पर्यावरण की तबाही को रोकने के लिए ईआईए2020 का मसौदा वापस लिया जाना चाहिए।’ राहुल ने इससे पहले रविवार को भी लोगों से अपील की थी कि वे नए पर्यावरण प्रभाव आकलन (ईआईए) 2020 मसौदे के खिलाफ प्रदर्शन करें क्योंकि यह ‘खतरनाक’ है और अगर अधिसूचित होता है तो इसके दीर्घकालिक परिणाम ‘विनाशकारी’ होंगे।
राहुल गांधी के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। धर्मेंद्र शर्मा @dksharmasge लिखते हैं, ‘सम्पूर्ण देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो रही हैं मगर मुकेश अंबानी मोदी राज में दुनिया के चौथे अमीर शख्स बन गए हैं। यह सोचने का वक्त है कि मोदी क्या वाकई में गरीबों के लिए सोचते हैं या सिर्फ अंबानी, अडाणी, रामदेव जैसे अरबपति उद्योगपतीयों के बारे में सोचते हैं।’ सुमायरा खान @SumairaKhanIND लिखती हैं, ‘अपनी 70 साल की नाकामियों का ठीकरा कब तक भाजपा के सिर पर फोड़ोगे। और तुम जो सूट बूट का बोल रहे हो तो बताओ तुम्हारे अब्बू जब पीएम थे तो क्या वो कपड़े नहीं पहनते थे।’
इसी तरह आशीष @Ashish_Ashirwad लिखते हैं, ‘मेरे हिसाब से आम आदमी खुश है। भूख, गरीबी से जितनी मौतें आपके काल में हुईं बीजेपी के कार्यकाल में एक भी नहीं हुई।’ गुंजन @gunjan_indian लिखती हैं, ‘आप कृपया सड़कों पर आंदोलन कीजिए, भारत की स्थिति दिनों दिन दयनीय होती जा रही है। यकीन मानिए ट्विटर से बाहर निकलिए जनता आपका इंतजार कर रही है। भारत में अर्थव्यवस्था बेरोजगारी बदहाली अपने चरम पर है पर मीडिया ने इसको को ढक रखा है। इस पर्दे को हटाइए और भारत को बचाइए।’
EIA2020 ड्राफ़्ट का मक़सद साफ़ है – #LootOfTheNation
यह एक और ख़ौफ़नाक उदाहरण है कि भाजपा सरकार देश के संसाधन लूटने वाले चुनिंदा सूट-बूट के ‘मित्रों’ के लिए क्या-क्या करती आ रही है।
EIA 2020 draft must be withdrawn to stop #LootOfTheNation and environmental destruction.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 10, 2020
गौरतलब है कि पर्यावरण मंत्रालय ने इस साल मार्च में ईआईए के मसौदे को लेकर अधिसूचना जारी की थी और इस पर जनता से सुझाव मांगे गए थे। इसके तहत अलग-अलग परियोजनाओं के लिए पर्यावरण मंजूरी देने के मामले आते हैं।