लोकसभा चुनाव में हार के बाद पहली बार अमेठी दौरे पर पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह हार की जिम्मेदारी लें। उन्होंने कहा कि पार्टी में कमजोरी है तो कार्यकर्ताओं में भी कमी है। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल से जब वहां मौजूदा कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा वापस लेने की मांग की तो उन्होंने कहा कि हार की जिम्मेदारी मेरी भी है और आपकी भी। इसलिए आप सब भी हार की जिम्मेदारी लें।

अमेठी लोकसभा सीट से हाल में मिली हार के बाद राहुल ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अमेठी उनका घर है और वह इसका दामन कभी नहीं छोड़ेंगे। मैं और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी यहां आते रहेंगे।

बैठक में शामिल रहे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य डॉक्टर नरेंद्र मिश्र के मुताबिक राहुल ने बैठक में कहा, लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं ने काम किया पर स्थानीय नेता जनता से दूर रहे। इसी वजह से यहां उनकी हार हुई। बहरहाल, चुनाव में हार और जीत होती रहती है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। आप लोग जनता से जुड़ें, सब ठीक हो जायेगा।’

राहुल ने अमेठी के साथ-साथ केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ा था, जहां से वह सांसद चुने गए हैं। अमेठी में उन्हें बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी से 55 हजार से अधिक मतों से शिकस्त मिली।

मालूम हो कि कांग्रेस का प्रदर्शन इस लोकसभा चुनाव में उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा। जिसके बाद हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस को चुनाव में 52 सीटों पर जीत हासिल हुई है वहीं बीजेपी को 303 सीटों पर जीत मिली है। बीजेपी ने 2014 के प्रर्दशन को दोहराते हुए इस बार भी अपने दम पर बहुमत हासिल किया है।