दो दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अपने संबोधन की शुरुआत उन्होंने जय माता दी के नारे से की। इसके बाद अपने संबोधन के दौरान वे भाजपा और आरएसएस पर जमकर बरसे। साथ ही उन्होंने खुद को कश्मीरी पंडित भी बताया। इससे पहले गुरुवार को उन्होंने 14 किलोमीटर पैदल चलकर माता वैष्णों देवी के दर्शन भी किए।
जम्मू के त्रिकुटा नगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान राहुल गांधी ने कश्मीरी पंडित का भी मुद्दा उठाया। राहुल गांधी ने कहा मेरा संबंध भी कश्मीरी पंडित परिवार से ही है। आगे उन्होंने कहा कि आज सुबह कश्मीरी पंडितों का एक प्रतिनिधिमंडल मुझसे मिलने आया। उन्होंने मुझसे कहा कि कांग्रेस ने उनलोगों के लिए बहुत सारी योजनाएं लाई लेकिन भाजपा ने उनके लिए कुछ भी नहीं किया। साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि मैं अपने कश्मीरी पंडित भाईयों से वादा करता हूं कि मैं उनके लिए जरुर कुछ करूंगा और उनकी समस्याओं को सुलझाऊंगा।
इस दौरान राहुल गांधी ने यह भी कहा कि मैं एक महीने में दो बार जम्मू-कश्मीर आया हूं और जल्द ही लद्दाख भी जाना चाहता हूं। मैंने श्रीनगर में कहा था कि जम्मू-कश्मीर में आते ही मुझे लगता है कि मैं घर आया हूं। ये प्रदेश पहले राज्य था। जम्मू कश्मीर से मेरे परिवार से पुराना रिश्ता है। यहां आकर मुझे बेहद ही खुशी होती है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि मुझे यहां आकर खुशी भी हो रही है और दुख भी हो रहा है। दुख इसलिए क्योंकि आपके बीच जो भाईचारे की भावना है उसे बीजेपी और RSS के लोग तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और इससे आप लोग कमज़ोर हो रहे हैं। इससे आपके अर्थव्यवस्था और व्यापार को चोट पहुंची है।
राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान जम्मू कश्मीर को वापस से राज्य का दर्जा देने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जम्मू कश्मीर को कमजोर किया है और यहां की अर्थव्यवस्था को भी कमजोर किया है। जम्मू कश्मीर से राज्य का दर्जा भी छीन लिया। अब जम्मू कश्मीर को वापस से राज्य का दर्जा मिलना चाहिए।