अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बगावत की समस्या से जूझ चुकी कांग्रेस की मुश्किलें थमने की नाम नहीं ले रहीं। मेघालय की सत्ताधारी कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को तीन पेज की चिट्ठी लिखी है। इसमें इस बात को लेकर चिंता जताई गई है कि बीजेपी कथित तौर पर शिलॉन्ग में कैंप कर रही है और राज्य सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी करने की फिराक में है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह लेटर सोमवार को लिखा गया। इससे दो दिन पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी अपनी सरकार की दूसरी सालगिरह के मौके पर शिलॉन्ग गए थे। हाल ही में असम में जीत दर्ज करने वाली बीजेपी ने एलान किया था कि अब उसका फोकस नॉर्थ ईस्ट में पार्टी को मजबूत करने पर होगा। मेघायल कांग्रेस के नेताओं द्वारा भेजी गई चिट्ठी में लिखा है, ‘बीजेपी शिलॉन्ग में कैंप कर रही है और दो कैबिनेट मंत्रियों से संपर्क में है।’ आरोप लगाया गया है कि राज्य कांग्रेस अध्यक्ष डीडी लपांग ने सीनियर बीजेपी लीडर राम माधव और हेमंत बिस्वा से मुलाकात की है। हेमंत असम में पार्टी के नए रणनीतिकार के तौर पर उभरे हैं। वे बीजेपी की ओर से घोषित नॉर्थ ईस्ट एलायंस के अगुआ भी हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, मेघालय में कांग्रेस की कमजोर होती हालत की जानकारी दी गई है। बता दें कि गठबंधन के सहयोग से चलने वाली सरकार के पास 60 सदस्यों वाली विधानसभा में 30 विधायकों का समर्थन हासिल है। पार्टी यहां भी विद्रोह का सामना कर रही है। यहां भी कांग्रेस के असंतुष्ट धड़े ने सीएम मुकुल संगमा पर ‘तानाशाही’ करने का आरोप लगाया है। जिन लोगों के नामों का इस लेटर में जिक्र है, उनमें पूर्व केंद्रीय विंसेट पाला भी हैं। विंसेट ने हाल ही में राहुल गांधी से मुलाकात करके मुकुल संगमा की शिकायत की थी। यही नहीं, कांग्रेस के कुछ विधायक और मंत्री मुख्यमंत्री मुकुल संगमा को हटाने की मांग कर रहे हैं। हाल ही में तुरा लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद मामला और गंभीर हो गया। इस उपचुनाव में मुकुल संगमा की पत्नी दिकांची डी शिरा कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरी थीं। लेकिन उन्हें पूर्व लोकसभा स्पीकर पीएम संगमा के बेटे कोनराड के संगमा ने 1.92 लाख वोटों से हरा दिया। राज्य में यह जीत का सबसे बड़ा अंतर है।
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