New Delhi : दिल्ली (Delhi) की ओखला (Okhla) विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व विधायक रहे आसिफ मोहम्मद खान (Asif Mohammad Khan) को एक बार फिर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने और आसिफ मोहम्मद ((Asif Mohammad Khan) को गाली देने के आरोप में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उन्हें इसी तरह के आरोप में नवंबर 2022 में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि दिल्ली की एक अदालत ने आसिफ मोहम्मद खान (Asif Mohammad Khan) को बेल दे दी थी।
पहले भी लग चुके हैं ऐसे ही आरोप
कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान (Asif Mohammad Khan) के ऊपर पहले भी इस तरह के आरोप लगते रहे हैं। इससे पहले 25 नवंबर को शाहीन बाग में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस अधिकारी के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा था। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी। इस मामले में आसिफ मोहम्मद खान को बेल देते हुए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अनुज अग्रवाल ने कहा था कि खान 26 नवंबर से हिरासत में है और आगे की जांच के लिए उनके जेल में होने की आवश्यकता नहीं है । अदालत ने कहा था कि एमसीडी चुनाव खत्म हो चुके हैं और इसलिए आवेदक द्वारा इलाके में कानून व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने की कोई संभावना नहीं है। इसलिए उन्हें बेल दे दी गयी थी।
कोर्ट ने दी थी चेतावनी
पूर्व विधायक आसिफ खान को उनकी बेटी अरीबा खान जिन्हें 4 दिसंबर को दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव में अबुल फजल एन्क्लेव वार्ड जीत मिली थी अपने पिता की 50,000 रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि की एक जमानत पर जमानत कारवाई थी। जमानत देते हुए आसिफ मोहम्मद खान को अदालत ने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर आसिफ मोहम्मद खान किसी भी शर्त का उल्लंघन करते हैं तो अभियोजन पक्ष उसकी जमानत रद्द करने की मांग करने के लिए स्वतंत्र है।
पहले हो गयी थी जमानत रद्द
इस बार कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान के लिए मुश्किलें ज्यादा इसलिए भी बढ़ गयी हैं क्योंकि कोर्ट ने उन्हें चेतावनी देते हुए बेल दी थी। लेकिन आसिफ मोहम्मद खान ने एक बार फिर ठीक वैसा ही विवाद खड़ा कर दिया है।
पिछले मामले में 30 नवंबर को एक मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने खान को यह कहते हुए ज़मानत देने से इंकार कर दिया था कि पुलिस के खिलाफ उनका व्यवहार बेहद खराब था और इसका समाज पर बहुत गलत असर पड़ता है। यह घटना 25 नवंबर को शाहीन बाग की तैयब मस्जिद में हुई थी, जब खान ने एक पुलिस अधिकारी से मारपीट की थी, जिसने उनसे पूछा था कि क्या उनके पास एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करने के लिए चुनाव आयोग की अनुमति है।