Karnataka BJP MLA: विधानसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में टीपू सुल्तान को लेकर राजनीति जारी है। इसी बीच बीजेपी के एक विधायक ने टीपू से जुड़ा बयान देकर बवाल खड़ा कर दिया है। विजयपुरा में एक रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने मुसलमानों की तुलना 18वीं सदी के मैसूर शासक टीपू सुल्तान से कर दी और लोगों से मुस्लिम नेता को वोट नहीं देने को कहा।

भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने कन्नड़ में कहा कि सभी विधायक मुझसे पूछते हैं, आपके निर्वाचन क्षेत्र में एक लाख टीपू सुल्तान (मुस्लिम वोट) हैं, बीजापुर से शिवाजी महाराज के वंशज कैसे जीते। उन्होंने कहा कि यहां टीपू सुल्तान का कोई भी अनुयायी नहीं जीतेगा। गलती से भी आपको मुसलमानों को अपना वोट नहीं देना चाहिए।

यतनाल की टिप्पणी की निंदा करते हुए कांग्रेस एमएलसी नागराज यादव ने कहा कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए और चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। इसे किस हद तक ले जाया जा रहा है? क्या वे सभी भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों पर पर्दा डालना चाहते हैं? यह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। पीएम को इस पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि इस तरह वोटों का ध्रुवीकरण असंवैधानिक है। मुस्लिम मतदाताओं को टीपू सुल्तान कहना बहुत गलत है, यतनाल को चुनाव लड़ने से रोका जाना चाहिए।

वहीं कर्नाटक के यादगीर शहर में एक सर्किल के नामकरण को लेकर तनाव बढ़ गया। 18वीं सदी के मैसूर शासक टीपू सुल्तान और वीर सावरकर के नाम पर करने को लेकर विवाद हो गया। हालांकि समय रहते अधिकारियों ने स्थिति नियंत्रण में होने की बात कही है। दरअसल यादगीर नगर पालिका पर बीजेपी का कब्जा है। हट्टीकुनी क्रॉस के पास टीपू सर्कल का नामकरण वीर सावरकर के नाम पर करने की मांग की जा रही है। दूसरी ओर टीपू सुल्तान के प्रशंसकों ने घोषणा की है कि वे किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं होने देंगे।

टीपू सुल्तान के कट्टर अनुयायियों को जिंदा नहीं रहना चाहिए: कटील

कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने भी टीपू सुल्तान को लेकर ऐसा ही कुछ बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि टीपू सुल्तान के कट्टर अनुयायियों को जिंदा नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा था कि टीपू सुल्तान के वंशजों को जंगलों में भेज देना चाहिए। कटील ने कोप्पल जिले के येलाबुर्गा से 15 फरवरी को कहा था कि हम भगवान राम और भगवान हनुमान के भक्त हैं। हम भगवान हनुमान की प्रार्थना करते हैं। हम टीपू के वंशज नहीं हैं आओ टीपू के वंशजों को वापस घर भेज दें।