कांग्रेस ने केन्द्र की भाजपा नीत सरकार पर किसानों को उनके उत्पाद पर लागत का डेढ़ गुना दाम दिलाने का वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि देश में कृषि जिसों का निर्यात कम हो रहा है जबकि आयात बढ़ रहा है। कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि देश में आज कृषि और किसानों के विषय में दुर्भाग्य यह है कि ‘किसानों को नही मिलते फसलों के दाम, मोदी सरकार चला रही है सिर्फ जुमलों से काम’।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने चुनाव घोषणापत्र में किसानों को उनकी उपज पर लागत के अतिरिक्त 50 प्रतिशत दिलवाने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बार जो बजट पेश किया है उसमें यह दावा किया गया है कि किसानों को लागत के अतिरिक्त 50 प्रतिशत न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में दिया गया है। उन्होंने बजट के इस दावे को गलत बताया।

सिंघवी ने कृषि लागत एवं मूल्य आयोग की 2018-19 की रबी मौसम की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि गेहूं, जौ, चना, मसूर, सरसों तथा सूरजमुखी के एमएसपी और लागत के अतिरिक्त 50 प्रतिशत मूल्य के बीच को अंतर देखें तो यह क्रमश: 149 रुपये, 375 रुपये, 899 रुपये, 1,340 रुपये, 629 रुपये और 1868 रुपये प्रति क्विंटल बैठता है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने शासनकाल के चौथे वर्ष में भी किसानों द्वारा किये गये इस वादे को पूरा नहीं कर पायी है। उन्होंने कहा कि कृषि जिसों का आयात बहुत बढ़ गया है। वर्ष 2013-14 में यह 15 अरब डॉलर था, जो 2016-17 में बढ़कर 25 अरब हो गया है। इसके विपरीत कृषि जिसों के निर्यात में भारी कमी आयी है। इस अवधि में यह 42 अरब डालर से घटकर 33 अरब डालर रह गया।