उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के घाटमपुर में शनिवार (1 अक्टूबर, 2022) को हुए हादसे में मृत लोगों के परिजनों से मिलने सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को उनके गांव कोरथा पहुंचे और उनके घरों में जाकर लोगों को हर संभव सहयोग का भरोसा दिया। वहां उन्होंने संबंधित लोगों से मुलाकात कर अपनी संवेदना प्रकट की। इससे पहले वे कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल जाकर हादसे में घायलों का हाल जाना। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के बच्चों से भी बातचीत की।
दरअसल सीएम जब परिजनों से मिल रहे थे, उसी समय बातचीत के दौरान योगी ने एक महिला से पूछा कि क्या आप अपनी बच्ची को स्कूल भेजती हैं, महिला के मना करने के बाद उन्होंने उसे अपने बच्चे को रोज स्कूल भेजने को कहा। भीड़ में से कुछ अन्य बच्चियों को पास में बुलाया और उनके नाम पूछने के साथ ही यह भी पूछा कि क्या वे स्कूल जाती हैं। बच्चियों के हां कहने पर उन्होंने संतोष जताया और कहा कि सब लोग पढ़ाई करें। इसके बाद उन्होंने कुछ और लोगों से बातचीत की और उनसे उनके बारे में जानकारी ली।
हादसे में 11 बच्चों और 11 महिलाओं समेत 27 लोगों की मौत हुई थी
इस हादसे में श्रद्धालुओं से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के अनियंत्रित होकर पलट जाने में 11 बच्चों और 11 महिलाओं समेत 27 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में 30 के करीब लोग घायल हो गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा, “ट्रैक्टर-ट्रॉली और ट्रक का प्रयोग उन्हीं उद्देश्यों में किया जाना चाहिए जिनके लिए वे बने हैं। अगर इन वाहनों का प्रयोग लोगों को ढोने में न किया जाए तो हम ऐसी घटनाओं को रोक सकते हैं।
इस बीच जिलाधिकारी ने बताया कि घायलों को उपचार मुहैया कराने में लापरवाही के आरोपों की जांच के लिए अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि मृतक व्यक्तियों के परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भीतरगांव में पीड़ितों के उपचार पर असंतोष व्यक्त किया था। उन्होंने समिति को पूरी जांच कर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
दौरे के बाद संवाददाताओं से बातचीत में आदित्यनाथ ने कहा “कानपुर की घटना अत्यंत दुखद है और सरकार इन्हें रोकने के लिए समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम चलाती है।