Congress Nilambur Bypoll: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) गठबंधन की कड़ी आलोचना की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि UDF ने नीलांबुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव (Nilambur Assembly bypoll) में जमात-ए-इस्लामी का समर्थन लिया है। केरल में वामदलों के गठबंधन LDF की सरकार चल रही है। इस गठबंधन का नेतृत्व CPM कर रहा है।

CPM ने कहा, कांग्रेस बार-बार कहती है कि राष्ट्रीय स्तर पर उसका सांप्रदायिक ताकतों से कोई संबंध नहीं है लेकिन राज्य में उसका रुख इसके उलट है। CPM ने चुनाव में इसे बड़ा मुद्दा बनाया है।

केरल में अगले साल होने हैं विधानसभा चुनाव

बताना होगा कि इस उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार आर्यदान शौकत का मुकाबला CPM के उम्मीदवार एम. स्वराज से है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस उपचुनाव के मुकाबले को राज्य में दोनों ही गठबंधनों UDF और LDF के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।

‘मुझे BJP छोड़ने के लिए मजबूर किया गया…’, यू ट्यूबर मनीष कश्यप ने कहा पार्टी को अलविदा

राज्य की राजनीति में CPM ने सवाल उठाया है कि क्या धर्मनिरपेक्ष दलों को जमात-ए-इस्लामी द्वारा समर्थित वेलफेयर पार्टी और विवादास्पद मौलवी अब्दुल नसर मदानी के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ गठबंधन करना चाहिए?

हमें सांप्रदायिक ताकतों के समर्थन की जरूरत नहीं- विजयन

एक चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि कांग्रेस ने अपने सहयोगी दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की जानकारी के बिना ही जमात-ए-इस्लामी का समर्थन हासिल करने का कदम उठाया हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि LDF इस तरह का कोई भी अपवित्र गठबंधन नहीं करेगा और हमें किसी भी तरह के अलगाववादी, सांप्रदायिक ताकत के समर्थन की जरूरत नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अवसरवाद का स्पष्ट उदाहरण है, जब भी ये राजनीतिक दल खुद को किसी मुश्किल हालात में पाते हैं तो वे किसी पर भी निर्भर होने के लिए तैयार हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि केरल के लोग इसे पहचान रहे हैं।

CPM के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने भी कहा है कि वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी को इस मामले पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।

क्या महाराष्ट्र की राजनीति में पक रही कोई नई खिचड़ी?

कांग्रेस ने किया जोरदार पलटवार

मुख्यमंत्री के बयान पर विपक्ष के नेता और राज्य में कांग्रेस के बड़े चेहरे वीडी सतीशन ने पलटवार किया है। सतीशन ने कहा कि मुख्यमंत्री खुलेआम सांप्रदायिकता को बढ़ावा दे रहे हैं और विजयन वही नेता हैं जिन्होंने एक वक्त में जमात-ए-इस्लामी की तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि जमात-ए-इस्लामी के समर्थन से CPM के दो सांसद चुनाव जीत चुके हैं।

सतीशन ने कहा कि 2011 के विधानसभा चुनाव में CPM जमात-ए-इस्लामी के समर्थन से सत्ता में आई थी। कांग्रेस नेता ने यह स्पष्ट किया कि UDF ने जमात-ए-इस्लामी का समर्थन स्वीकार करने का फैसला सर्वसम्मति से लिया है।

केरल कांग्रेस के अध्यक्ष सनी जोसेफ ने कहा था कि वेलफेयर पार्टी के साथ कांग्रेस का कोई गठबंधन नहीं है बल्कि केवल चुनावी संबंध है।

यह भी पढ़ें- इंदिरा गांधी के खिलाफ अदालत पहुंचे थे राज नारायण