राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के भैंसरोडगढ़ थाना क्षेत्र में राणा प्रताप सागर बांध से छोड़े गए पानी से अवरूद्ध हुए मार्ग के कारण पिछले दो दिन से एक निजी विद्यालय में फंसे 300 से अधिक बच्चों और शिक्षकों को सोमवार (16 सितंबर) को सुरक्षित घर पहुंचाया गया। थानाधिकारी गोपाल कृष्ण ने बताया कि शनिवार (14 सितंबर) से स्कूल में फंसे 318 बच्चों और 25 शिक्षकों को स्कूल परिसर से रावतभाटा ले जाया गया जहां से उन्हें उनके घरों को भेज दिया गया।

स्कूल परिसर में फंस गए थे बच्चेः उन्होंने बताया कि शनिवार को राणा प्रताप सागर बांध के 17 गेट खोले जाने के कारण चामला पुलिया पर पानी आने से रावतभाटा-भैंसरोडगढ़ स्थित आदर्श विद्या मंदिर स्कूल का रास्ता अवरूद्ध हो गया था जिसके चलते विद्यालय के 5 वीं से 12 वीं तक के 318 बच्चों और 25 शिक्षक स्कूल परिसर में फंस गए थे।

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जल स्तर कम होने पर सुरक्षित पहुंचाए गए शिक्षक और बच्चेः गोपाल कृष्ण ने बताया कि विद्यालय प्रशासन ने बाद में सभी बच्चों और शिक्षकों को पास में विद्यालय की एक अन्य इमारत में स्थानांतरित कर दिया था। स्थानीय ग्रामीणों की मदद से बच्चों और शिक्षकों के भोजन और पानी की व्यवस्था की गई थी। उन्होंने बताया कि सोमवार को जल स्तर कम होने पर जिला प्रशासन, आपदा प्रबन्धन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग की मदद से सभी बच्चों और शिक्षकों को सुरक्षित उनके घरों को भेज दिया गया।

बता दें बाढ़ के हालात को देखते हुए राजस्थान सरकार भी पूरी तरह मुस्तैद है। कई इलाकों में बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए आर्मी के जवानों की तैनाती की गई है। यही नहीं खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर मौजूदा स्थिति का जायजा लिया।