Jan Aushadhi Kendra in UP: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर खुशखबरी आई है कि अब हर एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र यानी CHC में जन औषधि के केंद्र खोले जाएंगे। यहां सभी तरह की जेनेरिक दवाएं सस्ते दामों में उपलब्ध होंगी। जानकारी के मुताबिक इस फैसले पर अमल करने के लिए जिला स्तर पर एजेंसींज तय की जा रही हैं और केंद्रो की निगरानी के लिए तंत्र को भी डेवेलप किया जा रहा है।
अमर उजाला अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, प्रशासन ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग नए खुलने वाले जन औषधि केंद्रों के लाइसेंस की प्रक्रिया को वरीयता के आधार पर पूरा करने का आदेश दिया है। जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में अब तक निजी क्षेत्र में करीब 2700 जन औषध केंद्र खोले गए हैं। इसके अलावा कुछ मेडिकल कॉलेजों व जिला अस्पतालों में भी केंद्र हैं।
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राज्य सरकार ने सीएचसी में अनिवार्य किए जन औषधि केंद्र
इतना ही नहीं, अब राज्य सरकार ने सभी सीएचएसी में जन औषधि केंद्र खोलना अनिवार्य कर दिया है। जिन जिला व वशिष्ट अस्पतालों में भी ये केंद्र नहीं हैं और ये खोले जाएंगे। इसके अलावा स्टेट एजेंसी फॉर कंप्रेहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विस (साचीज) ने पहले चरण में सभी सीएचसी को मिलाकर 1110 जन औषधि केंद्र खोलने की तैयारी की है।
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प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मई के अंत तक इन सभी केंद्रों को शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। जन औषधि केंद्रों के लिए मंडल के बजाय जिला स्तर पर वेंडर चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
वेंडर्स को दिए गए ये निर्देश
अधिकारियों के अनुसार, संबंधित वेंडरों को आवंटित स्थलों के लिए भारतीय औषधि एवं चिकित्सा उपकरण ब्यूरो (PMBI) पोर्टल पर आवेदन करने को कहा गया है। बता दें कि वेंडर की यह जिम्मेदारी होगी कि वे आवंटित अस्पताल के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग से लाइसेंस भी हासिल करेंगे।
इसके अलावा यह भी कहा गया है कि अगर आवंटन के 15 दिन बाद दवाएं उपलब्ध नहीं हुईं तो वेंडर पर जुर्माना भी लगाया जाएगा और कार्रवाई भी की जा सकती है।