सीबीआई ने दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के स्टाफ को पूछताछ के लिए बुलाया है। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के मामले में इन लोगों से कुछ सवाल पूछे जाने हैं, इसलिए इन कर्मचारियों को बुलाया जा रहा है। दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार सुबह एक अखबार की कटिंग ट्वीट की है, जिसका शीर्षक है- ‘सीएम के स्टाफ को सीबीआई ने किया तलब’।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि सीबीआई ने कर्मचारियों को तलब जरूर किया है, लेकिन इसके लिए कोई समन नहीं भेजा गया है बल्कि फोन करके स्टाफ को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। एक न्यूज चैनल से बातचीत में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि सीबीआई को सीएम ऑफिस पर छापेमारी में कुछ नहीं मिला था, इसलिए वह अब अधिकारियों को बुलाकर परेशान कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई सरकार का तोता बनकर काम कर रही है।
CBI summons Delhi CM’s staff “informally” on phone without notice. Staff of other ministers called earlier like this pic.twitter.com/mJXMSU0kG3
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 8, 2016
पिछले साल दिसंबर में सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर छापा मारा था। रेड के बाद आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि दिल्ली सरकार की ओर से डीडीसीए के खिलाफ की जा रही जांच का बदला लेने के लिए यह कार्रवाई की गई। खुद केजरीवाल ने कई बार अरुण जेटली पर निशाना साधा था।
क्या है पूरा मामला:
दिल्ली सचिवालय में सीबीआई ने जिस मामले में छापा मारा, वह शिकायत करीब 11 महीने पुरानी है। शिकायत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के खिलाफ है। शिकायत कराने वाले हैं आशीष जोशी। आशीष दिल्ली डायलॉग कमीशन के मेंबर सेक्रेटरी थे। आप से उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। बर्खास्तगी के दो महीने बाद जून में उन्होंने एंटी-करप्शन ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के मुताबिक राजेंद्र कुमार ने 2002 से 2005 के दौरान डायरेक्टर (एजुकेशन) रहते हुए दो कंपनियां बनाई थीं। इनके नाम काल्टून्ज और एडुडेल एमआईएस हैं। दोनों कंपनियां तिमारपुर में रजिस्टर्ड हैं। राजेंद्र ने तब के अपने ऑफिस सुपरिटेंडेंट को काल्टून्ज का इन-चार्ज बना दिया था।
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