Delhi Liquor Policy Scam Case: सीबीआई की चार्जशीट में दिल्ली के डिप्टी सीएम सिसोदिया का नाम न होने के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीबीआई चार्जशीट से आज समझ आया कि मुझे झूठ ही बदनाम किया जा रहा था। अब क्या भाजपा को LG और Chief Secretary को हटाना नहीं चाहिए? सिसोदिया ने कहा कि देश का राजा दिनभर CBI का दुरुपयोग कर विपक्षियों को फंसाने का सपना देखता है, PM देश से माफ़ी मांगे। उन्होंने कहा कि सत्येंद्र जैन भी इसी तरह से पाक साफ निकलेंगे।

वहीं इस मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि CBI चार्जशीट में मनीष का नाम नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरा केस फर्जी। रेड में कुछ नहीं मिला। 800 अफ़सरों को 4 महीने जांच में कुछ नहीं मिला। केजरीवाल ने कहा कि मनीष ने शिक्षा क्रांति से देश के करोड़ों गरीब बच्चों को अच्छे भविष्य की उम्मीद दी। मुझे दुःख है ऐसे शख़्स को झूठे केस में फंसा बदनाम करने की साज़िश रची गयी।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली शराब घोटाले में शुक्रवार (25 नवंबर, 2022) को कुल 7 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। दाखिल की गई चार्जशीट में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) का नाम शामिल नहीं है। सीबीआई ने दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। इसी कोर्ट में शराब घोटाले की सुनवाई होगी।

दिल्ली शराब घोटाले (Delhi Liquor Policy Scam Case) में जिन सात आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। उनमें विजय नायर, अभिषेक बोइनपल्ली, समीर महेंद्रू, मुत्तथा गौतम, अरुण आर पिल्लई के नाम शामिल हैं। इसके अलावा सीबीआई ने एक्साइज के दो पूर्व अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।

सीबीआई ने बताया कि आरोप पत्र में दो गिरफ्तार कारोबारी, एक समाचार चैनल का प्रमुख, हैदराबाद निवासी एक शराब कारोबारी, दिल्ली निवासी एक शराब वितरक और आबकारी विभाग के दो अधिकारी शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी की जांच अभी जारी है। सीबीआई ने 10 हजार पेज की चार्जशीट दाखिल की है और अब रॉउज एवन्यू कोर्ट मामले में 30 नवंबर को अगली सुनवाई होगी।

एक अधिकारी ने कहा कि हमने अपनी चार्जशीट में उल्लेख किया है कि हमारी जांच अभी भी चल रही है और हम प्राथमिकी में उल्लिखित अन्य व्यक्तियों की भूमिका की जांच कर रहे हैं। सीबीआई ने जिन 15 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, उनमें सिसोदिया, आबकारी विभाग के तीन अधिकारी और कई वेंडर और वितरक शामिल हैं।

सौरभ भारद्वाज बोले- इतिहास में पहली बार हुआ, आरोपी नंबर 1 के खिलाफ कुछ नहीं मिला

इस मामले पर आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि मई-जून के महीने से भाजपा ने यह बात कहनी शुरू कर दी थी कि तथाकथित एक्साइज पॉलिसी में गड़बड़ हुई है और भाजपा वाले कहते थे कि अब तो जेल में जाना पड़ेगा, जेल की रोटी खानी पड़ेगी, लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी इनको कुछ नहीं मिला। 500 अफ़सरों के छानबीन करने के बाद और 600 जगह छापेमारी के बाद भी इनको मनीष सिसोदिया के खिलाफ कुछ नहीं मिला।

भारद्वाज ने कहा कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया जिनको आरोप नंबर 1 बनाया गया, उनके खिलाफ कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि इतने दिनों की मशक़्क़त के बाद अगर CBI को कुछ नहीं मिला और चार्जशीट में मनीष सिसोदिया का नाम तक नहीं है तो इसके बाद बीजेपी के प्रवक्ताओं और नेताओं को देश के लोगों से माफ़ी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इतिहास में ऐसा पहली बार है कि किसी मामले में आरोपी नंबर 1 के ऊपर आरोप तय नहीं हो पाए।