केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े और चार अन्य के खिलाफ एक क्रूज पोत से प्रतिबंधित मादक पदार्थ जब्त किए जाने के मामले में बालीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को नहीं फंसाने के लिए 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उनके परिसरों की तलाशी ली गई। आर्यन खान को दो अक्तूबर 2021 को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। एनसीबी ने इस मामले में आरोप पत्र दायर किया था और आर्यन खान को ‘क्लीन चिट’ दे दी थी। एनसीबी द्वारा गठित एक विशेष जांच दल (एसआइटी) ने दावा किया था कि वानखेड़े के नेतृत्व वाली जांच में चूक हुई थी। उन्होंने कहा कि मुंबई, दिल्ली, रांची और कानपुर में 29 स्थानों पर तलाशी ली गई। अधिकारियों ने बताया कि आरोप है कि आइआरएस अधिकारी वानखेड़े और अन्य ने आर्यन खान को मादक पदार्थ मामले में फंसाने के लिए 25 करोड़ रुपए की कथित तौर पर मांग की थी।
शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े क्रूज केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की टीम ने 18 अक्टूबर को अपनी रिपोर्ट पेश की थी। जिसके मुताबिक आर्यन खान को जानबूझकर फंसाया गया था। जो जांच की गई थी उसमें भी कई खामिया निकली हैं। इस मामले में सात-आठ अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है, इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एएनआई (ANI) की रिपोर्ट के मुताबिक एनसीबी की जांच में कहा गया था कि आर्यन खान को जान-बूझकर टार्गेट किया गया था। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की विजेलेंस टीम ने जांच रिपोर्ट दिल्ली मुख्यालय भेजा है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआइ को जानकारी मिली कि अधिकारी और उनके साथी ने 50 लाख रुपए अग्रिम के तौर पर कथित तौर पर लिए थे। आर्यन खान की गिरफ्तारी के समय वानखेड़े मुंबई में एनसीबी के प्रमुख थे। उन्हें पिछले साल मई में चेन्नई में करदाता सेवा महानिदेशालय में स्थानांतरित कर दिया गया था।