सीबीआई ने नोएडा विकास प्राधिकरण के सस्पेन्डिड इंजीनियर यादव सिंह को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। यादव सिंह को सीबीआई ने पूछताछ के लिए समन भेजा था। पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अगले दिन, यानी गुरुवार को गाजियाबाद की सीबीआई अदालत में उनकी पेशी होनी है।

पिछले दिनों यादव सिंह के करीबी रामेंद्र की गिरफ्तारी और उसके द्वारा किए गए खुलासों के बाद से ही उनकी गिरफ्तारी के कयास लगाये जा रहे थे। यादव सिंह के भ्रष्टाचार की जांच कर रही सीबीआई ने 2002 से लेकर 2014 तक के उनके सभी प्रोजेक्ट को खंगाला हैं। इसके अतिरिक्त यादव सिंह, उनके रिश्तेदार, मित्र, सहयोगी, ठकेदार समेत कई लोगों से भी सीबीआई ने पूचताछ की है। सीबीआई ने यादव सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420, 466, 467, 469, 481 के तहत मामला दर्ज किया है।

नवंबर 2014 को सीबीआई ने यादव सिंह के यहां छापेमारी की थी। जिसमें सीबीआई को अकूट संपत्ति मिली थी। इसके बाद फरवरी 2015 को यूपी सरकार ने यादव सिंह को संस्पेंड कर दिया था। जुलाई 2015 में कोर्ट ने इस केस की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंप दी। अगस्त 2015 को सीबीआई ने 954.38 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के संबंध में यादव सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।