Bihar News in Hindi : बिहार में आज से कास्ट बेस्ड सर्वे की शुरुआत हो चुकी है। पटना के डीएम ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि कास्ट बेस्ड सर्वे शुरू हो चुका है। पहला फेज 7 जनवरी से 21 जनवरी तक चलेगा। दूसरा फेज अप्रैल में में चलाया जाएगा, जिसमें सामाजिक-अर्थशास्त्र से जुड़ी जानकारी जुटाई जाएगी। इससे पहले शनिवार सुबह राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बहुत ही ऐतिहासिक काम की शुरुआत आज होने जा रही है। इसका निर्णय बहुत पहले हो गया था। हम लोगों का, लालू जी का यह पहले से ही मांग रहा है। इसको लेकर हम पहले भी सड़क पर उतरे थे।
उन्होंने आगे कहा, “लालू जी के रहते हुए मनमोहन सरकार (Manmohan Singh) ने यह करवाया भी था। उसमें सारी चीजें थीं लेकिन बाद में भाजपा के लोगों ने डेटा को करप्ट बता दिया। इसके बाद हमने विधानसभा में भी प्रस्ताव रखा था, प्रधानमंत्री से भी मिलकर आए थे। भारत सरकार से इसे पूरे देश में करने की मांग की थी। भाजपा गरीब विरोधी है, ये लोग नहीं चाहते की जातीय जनगणना हो।”
बिहार के डिप्टी सीएम (Bihar Deputy Chief Minister) ने आगे कहा कि ये लोग नहीं चाहते की सही जानकारी सामने आए। आज इसकी शुरुआत हो रही है। इसका नाम है ‘कास्ट बेस्ड सर्वे’ । सही जानकारी सामने आने के बाद उसी हिसाब से कल्याणकारी योजनाएं बनेंगी। बीजेपी कतई नहीं चाहती की थी ये कास्ट बेस्ड सर्वे (Caste Based Survey) हो।
‘सिर्फ जातियों की गणना होगी, उपजातियों की नहीं’
शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Chief Miniser) ने स्पष्ट किया कि कास्ट बेस्ड सर्वे में सिर्फ जातियों की गणना की जाएगी, उपजातियों की नहीं। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान प्रत्येक परिवार की आर्थिक स्थिति की जानकारी जुटाई जाएगी।
समाधान यात्रा के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सर्वे के दौरान कोई गलती न हो। इस प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों को जरूरी ट्रेनिंग दी गई है। उन्होंने बताया कि सर्वे के दौरान हर परिवार का आर्थिक स्टेटस पता किया जाएगा। हम यह भी पता लगाएंगे कि परिवार के कितने सदस्य बिहार और बिहार के बाहर रहेंगे। सर्वे करने वाले लोग राज्य के बाहर रह रहे लोगों से भी बात करेंगे।
एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि कास्ट बेस्ड सर्वे जिला और पंचायत लेवल से शुरू होगा। हर घर को एक नंबर दिया जाएगा। उस घर में रह रहे लोगों की सही संख्या पता की जाएगी और उनकी जातियां भी पूछी जाएंगी। यह भी पता किया जाएगा कि वो क्या करते हैं।