बुलंदशहर में गोकशी की अफवाह के बाद फैली हिंसा और उसमें एक पुलिस इंस्पेक्टर और एक युवक की मौत की घटना से बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है। भाजपा के स्थानीय नेताओं ने इलाके में अवैध गोकशी की घटनाओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने उठाने की बात कही है। मंगलवार को स्थानीय भाजपा सांसद और विधायकों के साथ संगठन के नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में तय किया गया कि इलाके में अवैध गोकशी के मामलों को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की जाएगी। बैठक के बाद बुलंदशहर से सांसद भोला सिंह और 4 विधायकों ने हिंसा के दौरान मारे गए युवक सुमित के परिजनों से उनके गांव चिंगरावठी में मुलाकात की। इस मुलाकात में तय किया गया कि वह सीएम के सामने यह मांग उठाएंगे कि सुमित के परिजनों को भी हिंसा के दौरान मारे गए पुलिस इंस्पेक्टर के बराबर मुआवजा दिया जाए।

भाजपा के जिलाध्यक्ष हिमांशु मित्तल ने द इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में बताया कि सभी जन प्रतिनिधि गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे और उन्हें गोहत्या से संबंधित कुछ तथ्यों से अवगत कराएंगे। मित्तल का दावा है कि एज्तमा के दौरान इलाके में गोकशी की घटनाएं बढ़ गईं और पुलिस की फायरिंग में एक मासूम युवक की जान चली गई। वहीं दूसरी तरफ सपा के जिलाध्यक्ष हामिद अली ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान चुनाव और आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए स्याना में हिंसा भाजपा, बजरंग दल और विहिप द्वारा सुनियोजित तरीके से करायी गई।

हामिद अली ने कहा कि बजरंग दल और आरएसएस यहां सांप्रदायिक दंगे कराना चाहते हैं क्योंकि लाखों मुस्लिम एज्तमा के लिए बुलंदशहर में इकट्ठा थे। मुस्लिम उसी हाइवे से गुजर रहे थे, जहां हिंसा हुई। बता दें कि हामिद अली भी एज्तमा कराने वाली कमेटी के सदस्य हैं।

राजनैतिक दलों ने साधा निशानाः बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुलंदशहर हिंसा को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह घटना बताती है कि भाजपा के शासन में राज्य में जंगलराज फैल गया है। यहां तक कि कानून के रक्षकों का भी बलिदान किया जा रहा है। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा के शासन में अराजकता हो रही है। सरकार की गलत नीतियों की वजह से बुलंदशहर जैसी घटनाओं को बढ़ावा मिल रहा है।

रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अराजकता का माहौल है। जयंत चौधरी ने हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर के परिजनों को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग की। जयंत चौधरी ने कहा कि भाजपा से जुड़े संगठन गोरक्षा के नाम पर कानून अपने हाथ में ले रहे हैं।

बता दें कि बुलंदशहर, भाजपा का मजबूत गढ़ रहा है और साल 1991 से यहां पर भाजपा के ही सांसद रहे हैं। सिर्फ 2009 में ही सपा को यहां से जीत मिली थी। बुलंदशहर हिंसा में नेशनल ह्यूमन राइट कमीशन ने भी उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी कर बुलंदशहर हिंसा पर जवाब मांगा है। यह जवाब 4 हफ्तों में देना है, जिसमें इस बात की जानकारी देनी है कि हिंसा के