बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए बुधवार (7 अगस्त) को एक बड़ा फैसला लिया। उन्होंने पहली बार किसी यादव नेता को लोकसभा में अपने संसदीय दल का नेता बनाया है। लोकसभा चुनाव 2019 में जौनपुर से सांसद चुने गए रिटायर्ड पीसीएस अधिकारी श्याम सिंह यादव को दानिश अली की जगह दी गई है। इससे पहले पूर्व राज्यसभा सांसद एम अली को बीएसपी का उत्तर प्रदेश अध्यक्ष भी नियुक्त किया।

जाटव बने रहेंगे मुख्य सचेतकः पार्टी की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ‘बहुजन समाज पार्टी सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के सिद्धांत में विश्वास रखती है। उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है। राज्य में संगठनात्मक स्तर पर कुछ फेरबदल की जरूरत थी। मुन्काद अली को आरएस कुशवाहा की जगह यूपी बीएसपी का प्रमुख बनाया गया है। कुशवाहा को पार्टी की केंद्रीय ईकाई का महासचिव बनाया जा चुका है। लोकसभा में गिरिश चंद्र जाटव पार्टी के मुख्य सचेतक बने रहेंगे।’

जून में यूं हुई थीं नियुक्तियांः इसी साल जून में बीएसपी ने नगीना से दलित सांसद गिरिश चंद्र को अपने 10 सदस्यीय दल का नेता चुना था। करीब 15 सालों में यह पहली बार था जब किसी दलित को बीएसपी ने इस पद पर रखा हो। श्याम सिंह यादव को तब उप नेता और अमरोह सांसद कुंवर दानिश अली को मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया था।

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पहले दलित-यादव-मुस्लिम समीकरण पर था फोकसः जून में बीएसपी ने दलित-यादव-मुस्लिम का सामाजिक समीकरण बिठाया था। तब बीएसपी और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन था। माना जाता है कि इसी गठबंधन के चलते मायावती ने ऐसे जातीय समीकरण पर फोकस किया था। अब गठबंधन टूट चुका है। मायावती ने गठबंधन के खराब प्रदर्शन के लिए समाजवादी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया और गठबंधन से मुंह मोड़ लिया। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा के पांच और बीएसपी के 10 सांसद चुने गए थे।