बॉलीवुड अभिनेता रजा मुराद को 24 घंटे के अंदर ही भोपाल के स्वच्छता अभियान ब्रांड एंबेसडर के पद से हटा दिया गया है। इस बात पर हैरत जताते हुए मुराद ने कहा कि उनसे बड़ा भोपाली कौन है।

मिली जानकारी के अनुसार रजा मुराद को मध्य प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह के आदेश पर इस पद से हटाया गया है। भूपेंद्र सिंह ने अपने निजी सहायक के जरिए भोपाल नगर निगम के आयुक्त को शुक्रवार को लिखे पत्र में मुराद की नियुक्ति के आदेश को तत्काल निरस्त करने का निर्देश दिया था।

पत्र में लिखा गया था- ‘‘संज्ञान में आया है कि नगर निगम भोपाल द्वारा स्वच्छता अभियान के लिए फिल्म कलाकार रजा मुराद को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। जबकि ब्रांड एंबेसडर ऐसे व्यक्ति को बनाना जाना चाहिए, जिसने स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया हो अथवा भोपाल की संस्कृति से भली-भांति परिचित हो। अत: उक्त संबंध में मंत्री द्वारा तत्काल आदेश निरस्त करने एवं किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति जो भोपाल की संस्कृति से भली-भांति परिचित हो या स्वच्छता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो, ऐसे व्यक्ति या संस्था को ब्रांड एंबेसडर बनाने का निर्देश दिया जाता है।’’

जिसके बाद शुक्रवार को रजा मुराद को इस पद से हटा दिया गया। इस मामले पर अब प्रदेश की राजनीति भी गर्म हो गई है। पद से हटाये जाने के बाद रजा मुराद ने पीटीआई से कहा कि वो भोपाल से अच्छी तरह से परिचित हैं। उनसे बड़ा भोपाली कौन है। उनके तमाम रिश्तेदार यहां के रहने वाले हैं उनकी स्कूली पढ़ाई भी भोपाल से हुई है।

मुराद ने कहा- ‘‘मुझसे बड़ा भोपाली कोई नहीं हो सकता, क्योंकि मेरी मां, पत्नी और परिवार के कई अन्य सदस्य भोपाल से हैं। मैंने अपनी स्कूली शिक्षा यहां के कैम्ब्रिज स्कूल से पूरी की है। मैं शहर, इसकी सड़कों, इसकी विशेष भाषा, चाय, पान, गुटखा से अच्छी तरह वाकिफ हूं। इसलिए यह आरोप कि मैं शहर की संस्कृति को नहीं जानता, इसका कोई आधार नहीं है।’’

उन्होंने मंत्री भूपेंद्र सिंह पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब वो मुझे साबित करने का मौका ही नहीं देंगे तो वो कैसे निर्णय ले सकते हैं कि मैंने कुछ नहीं किया है। रजा मुराद को पद से हटाने के बाद कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर बड़ा हमला बोला है। कांग्रेस ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुराद को ब्रांड एंबेसडर की सूची से हटाया जाना संघी सोच का नतीजा है।