पंजाब सरकार के इस ऐलान के एक दिन बाद कि जर्मन लक्जरी कार कंपनी बीएमडब्ल्यू राज्य में एक ऑटोमोबाइल पार्ट निर्माण इकाई स्थापित करेगी, कंपनी ने बुधवार को साफ किया कि अभी प्लांट लगाने का कोई इरादा नहीं है। मान सरकार ने मंगलवार को दावा किया था कि मुख्यमंत्री की जर्मनी में बीएमडब्ल्यू के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक में कंपनी ने पंजाब में एक इकाई स्थापित करने की पेशकश की है। मान फिलहाल औद्योगिक निवेश आकर्षित करने के लिए जर्मनी में हैं।

हालांकि, बुधवार को बीएमडब्ल्यू ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, “बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया की पंजाब में अतिरिक्त निर्माण परिचालन स्थापित करने की कोई योजना नहीं है।” कंपनी ने कहा, “बीएमडब्ल्यू समूह चेन्नई में अपने निर्माण संयंत्र, पुणे में एक पुर्जे के गोदाम, गुड़गांव में एक प्रशिक्षण केंद्र और देश के प्रमुख महानगरों में एक अच्छी तरह से विकसित डीलर नेटवर्क के साथ अपने भारतीय परिचालन के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, पंजाब में नए संयंत्र के लिए अतिरिक्त निवेश करने की उसकी कोई योजना नहीं है।

हालांकि सरकार ने अभी तक इस इनकार पर आधिकारिक रूप से प्रतिक्रिया नहीं दी है, एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, “मुझे जर्मनी में सीएम की किसी भी बैठक की जानकारी नहीं है। दरअसल, मुझे अखबारों से बीएमडब्ल्यू के फैसले के बारे में पता चला। मुझे इनकार के बारे में पता भी नहीं था।”

इस बीच, आप प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने कहा कि जर्मनी में बीएमडब्ल्यू हेड ऑफिस के अधिकारियों ने सीएम मान की पेशकश को स्वीकार कर लिया है। “प्रधान कार्यालय और क्षेत्रीय कार्यालय के बीच एक अंतर है और हर समझौता ज्ञापन में समय लगता है। लेकिन मैं आपको बता दूं कि बीएमडब्ल्यू के अधिकारी अगले साल फरवरी में पंजाब इन्वेस्टमेंट समिट में हिस्सा लेंगे। जबकि इनकार सत्तारूढ़ आप के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी के रूप में आता है, विपक्षी दलों ने फर्जी दावे करने के लिए सीएम पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ा।

बीजेपी नेता तरुण चुग ने कहा कि भगवंत मान सरकार को फर्जी दावे करने की आदत है। शिअद नेता दलजीत सिंह चीमा ने भी सीएम से सभी तथ्यों को रिकॉर्ड में लाने को कहा।