दिल्ली भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने दो अधिकारियों को अनियमित तरीके से निलंबित किए जाने की निंदा करते हुए कहा है कि इस तरह के निलंबन कर केजरीवाल सरकार अधिकारियों और सरकारी कर्मियों के बीच में एक भय का वातावरण पैदा करना चाहते हैं, जिससेसरकारीकर्मी केजरीवाल सरकार के किसी भी असंवैधानिक निर्णय का विरोध न कर सकें।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन द्वारा दिल्ली सरकार के गृह विभाग के दो विशेष सचिवों का निलंबन प्रशासनिक रूप से पूरी तरह गलत है। उन्होंने सरकारी अधिकारियों को इस प्रकार से प्रताड़ित एवं निलंबित करने का विरोध करते हुए कहा कि वे गृह मंत्री सत्येंद्र जैन इस्तीफा दें।

उन्होंने कहा है कि केजरीवाल सरकार लगातार अपने विधायकों, मंत्रियों के साथ-साथ अपने द्वारा सरकारी विभागों में नियुक्त 1000 के लगभग पार्टी कार्यकर्ताओं के वेतन भत्ते बढ़ाने में लगी है। उपाध्याय ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री अपनी पार्टी के कार्यकर्ता राहुल मेहरा सहित अपने द्वारा नियुक्त पब्लिक प्रोसिक्यूटरों (सरकारी वकील) के वेतन बिना उपराज्यपाल से अनुमति लिए बढ़वाने के लिए गृह विभाग के अधिकारियों पर दबाव डाल रहे थे। अधिकारियों द्वारा असंवैधानिक रूप से वेतन वृद्धि की फाइल पर साइन करने से इनकार किए जाने पर गृह मंत्री न सिर्फ इन अधिकारियों को कनिष्ठ कर्मियों के समक्ष अपमानित और निलंबित किया बल्कि गृह सचिव स्तर के अधिकारी के आदेश को एक मात्र हेड क्लर्क से जारी करवा दिया।

उपाध्याय ने कहा है कि केजरीवाल सरकार की ऐसी मनमानी के कारण दिल्ली में प्रशासनिक अधिकारियों का मनोबल पूरी तरह त्रस्त है और वह सरकारी फाइलों पर निर्णय लेने से बच रहे हैं। ऐसी जानकारी है कि गुरुवार को दिल्ली के प्रशासनिक अधिकारी विरोध अवकाश पर जा रहे हैं और अगर ऐसा होता तो दुर्भाग्यपूर्ण होगा।