भाजपा विधायक दल के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल की मनमानी को देखकर विस्मित है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने पार्टी में अपना अधिपत्य बनाए रखने के लिए सभी सरकारी मर्यादा और परंपराओं को ताक पर रख लगभग दो दर्जन विधायकों को संसदीय सचिव पद का लॉलीपॉप दे डाला।

गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने मनमानी की हदें तब पार कर दीं जब सभी व्यवस्थाओं को तोड़कर बिना पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाए इन संसदीय सचिवों को सरकारी कार्य भी सौंप दिया। उन्होंने कहा कि संवैधानिक व्यवस्था एवं परंपरा है कि किसी भी व्यक्ति को जब मंत्री या संसदीय सचिव बनाया जाता है तो सरकारी काम सौंपे जाने से पहले उपराज्यपाल अथवा मुख्यमंत्री पदानुसार गोपनीयता की शपथ दिलाते हैं पर वर्तमान सरकार के मुख्यमंत्री ने बिना शपथ दिलाए ही संसदीय सचिवों को सरकारी काम सौंप दिया है।

विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर संवैधानिक व्यवस्था का हवाला देते हुए सवाल किया है कि वह स्पष्ट करें कि क्या बिना शपथ लिए संसदीय सचिव कार्य कर सकते हैं और आज यह किस आधार पर सरकारी कार्य कर रहे हैं।