Himachal Assembly Election Result 2022: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भारतीय जनता पार्टी के बागी कृपाल परमार (Rebel BJP Leader Kripal Pramar), जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के एक कथित फोन कॉल (Phone Call) के बाद भी चुनाव नहीं छोड़ा, फतेहपुर सीट (Fatehpur Assembly Seat) से पीछे चल रहे हैं। कांग्रेस (Congress) हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ करीबी मुकाबले में आगे चल रही है। बीजेपी के पूर्व सांसद कृपाल परमार (Ex BJP MP Kripal Parmar) उन बागी नेताओं में से हैं, जिन्होंने पहाड़ी राज्य में बीजेपी की सीटों को रोकने का काम किया। बीजेपी के बागियों की वजह से एक बार फिर हिमाचल में सत्ता परिवर्तन में ये परंपरा बरकरार रही।

छठे नंबर पर चल रहे हैं Kripal Parmar

63 वर्षीय कृपाल परमार बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव में उतरे हैं वो अपनी विधानसभा में छठे नंबर पर संघर्ष कर रहे हैं। वहीं बीजेपी के राकेश पठानिया कांग्रेस के उम्मीदवार भवानी सिंह पठानिया के साथ करीबी मुकाबले में आगे चल रहे हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कृपाल परमार को चुनाव में नहीं खड़े होने के लिए मनाने की कोशिश की थी जिसके बाद वो कॉल सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया था। NDTV से बात करते हुए परमार ने जोर देकर कहा कि वो कॉल फर्जी नहीं थी और पीएम मोदी ने वास्तव में उन्हें 30 अक्टूबर को फोन किया था।

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Kripal Parmar अपनी पार्टी से थे नाराज

कृपाल परमार पिछले साल से अपनी पार्टी से खफा थे, जब उन्हें फतेहपुर उपचुनाव के लिए उम्मीदवार नहीं बनाया गया था। कृपाल परमार ने बताया कि उन्होंने कथित तौर कॉल पर पीएम मोदी से कहा कि उनके पूर्व सहपाठी रहे मौजूदा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 15 सालों से लगातार उनका अपमान किया था। हालांकि इस बात की आधिकारिक तौर पर कभी भी बीजेपी या प्रधानमंत्री कार्यालय ने कभी पुष्टि नहीं की। सोशल मीडिया कहा जा रहा है कि कॉल में पीएम मोदी ने कहा था, “इस फोन कॉल के महत्व को कम मत समझो।” जिस पर परमार ने जवाब देते हुए कहा था, “मैं नहीं जानता। मेरे लिए यह फोन कॉल भगवान का एक संदेश है।”

BJP के खिलाफ 30 विद्रोहियों ने लड़ा चुनाव

विद्रोही नेता ने कहा,”हम 25 साल से एक-दूसरे को जानते हैं। जब वह (पीएम मोदी) हिमाचल प्रदेश के प्रभारी थे और मैं एक उपाध्यक्ष था, हमने बहुत लंबी यात्रा की और एक साथ रहे। मेरे पीएम मोदी के साथ पारिवारिक संबंध हैं। मैं उन्हें अपना भगवान मानता हूं।” 68 सीटों वाले राज्य में आधिकारिक बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ लगभग 30 बागियों ने चुनाव लड़ा था।