BJP Vs AAP: दिल्ली में बीजेपी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच पिछले काफी समय से पोस्टर वॉर जारी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की डिग्री पर सवाल उठाने के बाद दिल्ली बीजेपी ऑफिस के बाहर सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टर पर लिखा है कि डिग्री तो बहाना है, केजरीवाल को भ्रष्टाचार से ध्यान हटाना है। इन पोस्टर के नीचे आशीष सूद का नाम लिखा है। पिछले दिनों सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि इस देश में पीएम पढ़े-लिखे होने चाहिए, क्योंकि उनको दिन में कई फैसले लेने होते हैं, नहीं तो अफसर गुमराह कर सकता है।
केजरीवाल ने उठाए थे डिग्री पर सवाल
शनिवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेस कर पीएम नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला था। उन्होंने कहा कि इस देश में पीएम पढ़े-लिखे होने चाहिए, क्योंकि उनको दिन में कई फैसले लेने होते हैं, नहीं तो अफसर गुमराह कर सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर संशय बढ़ता जा रहा है। आखिर प्रधानमंत्री की डिग्री क्यों नहीं दिखाई जा रही है।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि पीएम को एक दिन में कई बड़े फैसले लेने होते हैं। अगर प्रधानमंत्री पढ़े लिखे नहीं होंगे तो अधिकारी उनसे कहीं भी दस्तखत करा लेंगे। उन्होंने जीएसटी और नोटबंदी जैसे फैसलों का उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसे फैसलों से अर्थव्यवस्था का बेड़ागर्क हो गया।
बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की ओर से पीएम मोदी के खिलाफ पहले भी पोस्टर लगाए गए थे। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की थी। इसके बाद बीजेपी नेता मनजिंदर सिरसा ने दिल्ली में पोस्टर लगाकर सीएम अरविंद केजरीवाल को बेईमान, रिश्वतखोर और तानाशाह बताया गया है। पोस्टर पर सीएम केजरीवाल की तस्वीर भी लगाई। इस पर लिखा है ‘अरविंद केजरीवाल को हटाओ, दिल्ली बचाओ’। इन पोस्टर पर नीचे निवेदक के तौर पर बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा का नाम लिखा है।
मनजिंदर सिरसा ने कहा कि ‘अरविंद केजरीवाल कट्टर बेईमान हैं, उन्होंने शराब तस्करी में पैसे लिए हैं। स्कूल घोटाले में बस घोटाले में और लोकसभा राज्यसभा की टिकट बेचने में पैसे लिए हैं। उन्होंने एमएलए से लेकर मंत्री तक के लिए पैसे लिए हैं। जब आदमी सच बोलता है तो उसे अपना नाम छिपाने की जरूरत नहीं पड़ती। इसलिए मैंने आज अपने नाम के साथ दिल्ली में पोस्टर लगाए हैं। जब इंसान सच बोलता है तो उसे अपना नाम छुपाने की जरूरत नहीं।