BJP MP Virendra Singh Mast: भारतीय जनता पार्टी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त (BJP MP Virendra Singh Mast) ने अफसरों को आदेश दिया है कि वो उनकी एमपी लैड के फंड (MP Lad Fund) को मंदिरों (Temple) में इस्तेमाल करें। इससे वो वहां पर भजन कीर्तन आयोजित कराएं। ध्यान रहे कि एमपी लैड से विकास कार्य कराए जाते हैं। बीजेपी के नेता और सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त (MP Virendra Singh Mast) ने अधिकारियों को मंदिरों में भजन-कीर्तन और वाद्य यंत्रों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।

BJP MP ने अधिकारियों को दिए निर्देश

पीटीआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक जिला सूचना विभाग ने बताया कि बलिया से सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा है कि बलिया नगर पालिका परिषद क्षेत्र के सभी छोटे व बड़े मंदिरों का सर्वेक्षण करवाया जाए और वहां पर भजन-कीर्तन एवं वाद्य यंत्रों की व्यवस्था कराई जाए। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि अगर इस व्यवस्था में किसी भी तरह की कोई कठिनाई आती है तो सांसद विकास निधि से पैसों का इंतजाम किया जा सकता है।

जल्दी ही शुरू होगा Temple Survay का काम

न्यूज वेबसाइट News Track के मुताबिक बलिया के प्राचीन भृगु मंदिर की प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष डा शिव कुमार मिश्र ने बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के इस ऐलान की तारीफ की है। डॉक्टर मिश्र ने बताया कि बलिया का पौराणिक इतिहास रहा है। मौजूदा परिवेश में पारंपरिक मूल्य धीरे-धीरे खत्म होने की कगार पर पहुंच गए हैं। ऐसे में बलिया के मंदिरों में भजन-कीर्तन के लिए मंदिरों में वाद्य यंत्रों की व्यवस्था होने से सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों को नई ऊर्जा मिलेगी। नगर पालिका परिषद के अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि नगर पालिका कर्मियों की टीम जल्दी ही मंदिरों के सर्वे का कार्य शुरू कर देगी।

जानिए कौन हैं Virendra Singh Mast

वीरेंद्र सिंह मस्त मौजूदा बलिया लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद हैं वो ग्रामीण खेलों को विशेष रूप से युवाओं के खेल कुश्ती को बढ़ावा देते हैं।
साल 1988 में वीरेंद्र सिंह मस्त भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने इसके एक साल के बाद यानि कि 1989 में वो भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे साल 1996 में मस्त को किसान मोर्चा बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। साल 1996 के लोकसभा चुनाव में मस्त ने मिर्जापुर लोकसभा सीट से फूलन देवी के खिलाफ चुनाव लड़ा और हार गए। लेकिन इसके दो साल के बाद साल 1998 में उन्होंने फूलन देवी को 52,777 वोटों से करारी शिकस्त दी। एक साल के बाद वो फिर फूलन देवी से भारी मतों से लोकसभा का चुनाव हार गए। इसके बाद साल 2014 में वो भदोही लोकसभा सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी राकेश धर त्रिपाठी को 1,58,039 मतों के अंतर से हराकर चुनाव जीता। 2019 में वो बलिया की लोकसभा सीट से सांसद चुने गए।