बिहार में बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी और राजद नेता तेजस्वी यादव एक बार फिर से आमने-सामने आ गए हैं। तेजस्वी के ट्वीट पर पलटवार करते हुए सुशील मोदी ने उन्हें राजद कार्यकाल की याद दिलाते हुए हमला बोला है।
तेजस्वी यादव ने बिहार में जारी अफसरशाही पर सरकार ने सवाल पूछा था, जिसके जवाब में सुशील मोदी ने कहा कि जब लालू बिहार के मुख्यमंत्री थे, तब आईएएस खैनी बनाकर उनको खिलाते थे। तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा था- “बिहार में अफसरशाही चरम पर है। अधिकारी सीना तान सरकारी काम में लापरवाही कर भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी को बढ़ावा देते हैं। जनप्रतिनिधियों को अपमानित करते हैं और नागरिकों को तो पांव की धूल बराबर भी नहीं समझते। पर सरकार व मंत्रियों को इससे क्या? उन्हें तो बंदरबांट में अपने हिस्से से मतलब है”।
एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा- “एनडीए सरकार में सत्तारूढ़ दल व बेखौफ अफसरों के लिए भ्रष्टाचार बाएं हाथ का खेल बन गया है। दोनों मिलकर अवैध कमाई करते हैं और नागरिक घूस, सरकारी बेपरवाही, परेशानी व भ्रष्टाचार के दुष्चक्र में पिस कर रह जाते हैं। जनता भटक भटक कर रह जाती है, पर सुनवाई, कार्रवाई का नामोनिशान नहीं होता”।
तेजस्वी के इसी अफसरशाही वाले ट्ववीट के जवाब में सुशील मोदी ने पलटवार करते हुए कहा है कि तेजस्वी जो सवाल पूछते हैं, वो जवाब देने के लायक नहीं होता है। आगे उन्होंने कहा कि जब राजद की सरकार थी, तब आईएएस अधिकारी लालू के लिए खैनी बनाते थे। हमने अधिकारियों को लालू का पिकदान उठाते हुए देखा है। तेजस्वी यादव को वैसी ही अफसरशाही चाहिए जो अधिकारी खैनी बनाए, पिकदान उठाए। उन्हीं को ऐसी अफसरशाही मुबारक हो।
हालांकि इस दौरान सुशील मोदी उस सवाल से बचते नजर आए, जिस सवाल पर अभी बिहार की राजनीति गरमाई हुई है। नीतीश के पीएम मेटेरियल के सवाल पर सुशील मोदी इसे टरका गए। सवाल पर सुशील मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि ये सब कोई मुद्दा नहीं है, इसपर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है।
बता दें कि बिहार में इन दिनों जदयू और बीजेपी के बीच टकराव चल रहा है। जदयू बिहार सीएम नीतीश कुमार को पीएम उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट करने की तैयारी कर रही है। जदयू के इस कदम से बीजेपी के साथ उसका गठबंधन भी खतरे में पड़ता दिखाई दे रहा है।