बिहार में जदयू और भाजपा की गठबंधन सरकार में ऊपर से सब कुछ ठीकठाक दिखने के बाद भी बाहर कुछ न कुछ खटपट के सुर सुनाई पड़ ही जाते हैं। लौरिया विधानसभा से भाजपा विधायक और पूर्व कला संस्कृति मंत्री विनय बिहारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं और अपना असंतोष जताया है। उन्होंने बिहार में फिल्म सिटी और अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री पर क्षेत्रवाद का आरोप लगाया है। उन्होंने पूछा कि दोनों बड़े प्रोजेक्ट सीएम के होम टाउन नालंदा के राजगीर में ही क्यों लगाए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा- “वह चाहते थे कि कला और संस्कृति मंत्री रहते हुए राज्य की राजधानी पटना में एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाए, लेकिन परियोजना को राजगीर ले जाया गया। उन्होंने वाल्मीकि नगर में एक फिल्म सिटी बनाने का भी प्रस्ताव रखा, लेकिन वह प्रोजेक्ट भी राजगीर में ले लिया गया।”

कहा फिल्म निर्माण के बारे में सीएम से ज्यादा जानता हूं

विनय बिहारी भोजपुरी फिल्म निर्माता भी हैं। उन्होंने कहा, “मैं शर्त लगाता हूं कि नीतीश कुमार फिल्म निर्माण के बारे में उतना नहीं जानते जितना मैं जानता हूं। मैंने फिल्म सिटी के लिए वाल्मीकि नगर को इसलिए चुना, क्योंकि राजगीर के विपरीत वहां का तापमान अक्सर सुखद होता है, जबकि राजगीर की जलवायु गरम है।”

वह पटना स्थित अपने सरकारी आवास पर एक फिल्म के प्रमोशन को लेकर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एक सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश पर इस तरह की टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को पटना के मोइनुल हक स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम के रूप में विकसित करने और वाल्मीकि नगर में फिल्म सिटी बनाने का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन दोनों प्रोजेक्ट को बिना किसी चर्चा के सीधे राजगीर शिफ्ट कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि यह बात केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कला और संस्कृति मंत्री और भाजपा के दोनों उपमुख्यमंत्री ही बता सकते हैं कि सभी परियोजनाओं को राजगीर क्यों ले जाया जा रहा है। भाजपा विधायक ने स्टेडियम के निर्माण की प्रगति पर भी असंतोष जताया। कहा कि 2014 से बन रहे इस स्टेडियम का काम बहुत धीमा है।

कहा कि जब वह खुद कला एवं संस्कृति मंत्री थे तब फिल्म सिटी और अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम निर्माण की तैयारी जोरों पर चल रही थी, लेकिन उनके हटने के बाद काम धीमा हो गया। निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो सका।