उन्‍नाव दुष्‍कर्म का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर हर तरफ से शिकंजा कसता जा रहा है। इसे देखते हुए विधायक के समर्थक भी बेचैन हो गए हैं। उत्‍त्‍र प्रदेश सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की है। विशेष जांच दल के सदस्‍यों ने बुधवार को पीड़ि‍ता के गांव माखी का दौरा किया। इस दौरान विधायक के समर्थकों ने एसआईटी का विरोध किया। वहां विधायक के सैकड़ों समर्थक जमा हो गए और उनके पक्ष में नारे लगाने लगे। सेंगर के समर्थकों ने पीड़ि‍ता और उनके दिवंगत पिता पर आपत्तिजनक टिप्‍पणी भी की। वहां इकट्ठा हुए लोगों का कहना है कि उनके नेता पर लगाए गए आरोप निराधार हैं और उन्‍हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। भाजपा विधायक के समर्थकों ने आरोप लगाया कि पीड़ि‍त परिवार शुरुआत से ही गुंडे प्रवृत्ति के रहे हैं। कुछ समर्थकों ने तो दुष्‍कर्म पीड़ि‍ता और उसके चाचा को सजा देने की भी बात कही और सेंगर को गांव के लिए देवता तक बता डाला। साथ ही पीड़ि‍ता और उनकी बहनों को ‘पेशेवर’ भी कहा गया।

हाई कोर्ट ने लिया स्‍वत: संज्ञान, सुप्रीम कोर्ट में याचिका मंजूर: इलाहाबाद हाई कोर्ट उन्‍नाव दुष्‍कर्म कांड पर स्‍वत: संज्ञान लेते हुए उत्‍तर प्रदेश की योगी आदित्‍यनाथ सरकार से जानकारी तलब की है। वहीं, राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी राज्‍य सरकार को नोटिस जारी कर चुका है। दूसरी तरफ, सुप्रीम कोर्ट में मामले की सीबीआई जांच और मुआवजे की मांग को लेकर याचिका दायर की गई है। शीर्ष अदालत ने अर्जी मंजूर कर ली है। लिहाजा, एसआईटी पर मामले की निष्‍पक्ष जांच के लिए भारी दबाव है। लगातार बदलते घटनाक्रम को देखते हुए सेंगर के समर्थकों को लगने लगा है कि उनके नेता के खिलाफ शिकंजा कसता जा रहा है। कुलदीप सेंगर की पत्‍नी सुनीता सेंगर ने यूपी के पुलिस माहनिदेशक से मुलाकात कर पति का बचाव किया है। उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ से मुलाकात कर न्‍याय की गुहार लगाने की भी बात कही है। बता दें कि इस मामले में भाजपा विधायक और पीड़ि‍ता के चाचा के बीच बातचीत का ऑडियो टेप भी मीडिया में आ चुका है। इसमें सेंगर कथित तौर पर पीड़ि‍त पक्ष को धमका रहे हैं।