बीजेपी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly elections) के लिए 189 उम्मीदवारों की पहली सूची मंगलवार रात जारी कर दी। बीजेपी ने अपनी पहली सूची में 52 नए चेहरों को मौका दिया है। वहीं पार्टी ने कई बड़े नेताओं के भी टिकट काटे हैं, जिसके कारण पार्टी को विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। उडुपी से विधायक रघुपति भट (Udupi MLA Raghupati Bhat) का भी टिकट काट दिया गया है। लेकिन वह इससे बहुत आहात दिखे।
उडुपी से विधायक रघुपति भट, जिन्हें भाजपा ने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया है, उन्होंने बुधवार को कहा कि पार्टी द्वारा उनके साथ किए गए व्यवहार से उन्हें बहुत पीड़ा हुई है। रघुपति भट ने उडुपी में अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, “मैं पार्टी के फैसले से दुखी नहीं हूं, लेकिन जिस तरह से पार्टी ने मेरे साथ व्यवहार किया है, उससे मैं दुखी हूं।” इस दौरान मीडिया से बात करते हुए वह फूट-फूट कर रोने लगे।
रघुपति भट ने कहा कि पार्टी की जिला इकाई के अध्यक्ष ने भी उन्हें पार्टी के फैसले के बारे में सूचित करने के लिए फोन नहीं किया और उन्हें टेलीविजन चैनलों से इसकी जानकारी मिली। उन्होंने कहा, “अमित शाह (Amit Shah) ने फोन करके जगदीश शेट्टार को परिवर्तनों के बारे में सूचित किया था। मुझे उम्मीद नहीं है कि अमित शाह मुझे बुलाएंगे, लेकिन कम से कम जिलाध्यक्ष को ऐसा करना चाहिए था। अगर मुझे सिर्फ मेरी जाति के कारण टिकट नहीं दिया गया है, तो मैं इसके लिए राजी नहीं हूं।”
रघुपति भट ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा को उनके जैसे लोगों की जरूरत नहीं है जिन्होंने अथक परिश्रम किया, क्योंकि पार्टी हर जगह बढ़ी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने सबसे कठिन समय में भी पार्टी के लिए काम किया है और उन्हें जो अवसर मिले हैं, उसके लिए मैं आभारी हूं।
पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार यशपाल सुवर्णा (candidate Yashpal Suvarna) को ‘माई बॉय’ बताते हुए रघुपति भट ने कहा कि उन्होंने पार्टी में यशपाल सुवर्णा के आगे बढ़ने का हमेशा समर्थन किया है। खुद के साथ भाजपा के बर्ताव के बारे में बात करते हुए रघुपति भट ने कहा कि वह इतने सदमे में हैं कि वह अपने अगले कदम पर तुरंत कोई फैसला नहीं कर सके। उधर रघुपति भट के सैकड़ों समर्थक उनकी अगली योजनाओं के बारे में जानने के लिए उनके आवास के पास जमा हो गए हैं।