कासगंज हिंसा में मारे गए चंदन गुप्‍ता के परिजनों से मिलने पहुंचे तेलंगाना के बीजेपी विधायक टी. राजा ने विवादित बयान दिया है। उनके मुताबिक, इस इलाके की तलाशी लेने पर यहां के हर घर से एके-47 राइफलें मिलेंगी। बीजेपी विधायक ने कहा, ‘आप भारत में रहते हैं और तिरंगा आप में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ की भावना भरता है तो इसका अर्थ यह हुआ कि राष्‍ट्रविरोधी बढ़ गए हैं। इस तरह की घटनाओं को फिर से होने से रोकने के लिए योगी जी (उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ) को हर हाल में कार्रवाई करनी चाहिए। मेरा आग्रह है कि इस इलाके की तलाशी ली जाए…यहां के हर घर में एके-47 मिलेंगे।’ वहीं, उत्‍तर प्रदेश के उपमुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में किसी तरह की कोताही न बरतने की बात कही है। उन्‍होंने कहा, ‘पुलिस फरार अपराधियों को गिरफ्तार करने के बेहद करीब पहुंच चुकी है। उनमें से कई को दबोचा जा चुका है। हो सकता है कि वे लोग भूमिगत हो गए हों, लेकिन हम उन्‍हें बाहर निकालने में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरतेंगे। हमलोग चंदन के परिवार के साथ हैं।’ बता दें कि 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा के दौरान दो गुटों के बीच टकराव ने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया था। इसमें चंदन गुप्‍ता की गोली लगने से मौत हो गई थी। इसके अलावा संपत्ति को भी व्‍यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। पुलिस इस घटना के बाद अब तक दर्जनों लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

टी. राजा बुधवार (31 जनवरी) को चंदन के परिजनों से मिलने के लिए कासगंज पहुंचे थे। वह हैदराबाद के गोशामहल से भाजपा के विधायक हैं। विधानसभा में वह पार्टी के व्हिप (सचेतक) भी हैं। उनके बयान पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की है। शक्ति कपूर ने ट्वीट किया, ‘इन्‍हें चुनने के लिए आपसे माफी मांगता हूं।’ एक और व्‍यक्ति ने लिखा, ‘भगवा पट्टी बांध के इनकी औकात पता चल जाती है। इन्‍हें बस ‘बांटो और राज करो’ करना है।’ सुशील ने ट्वीट किया, ‘मैं शर्मिंदा हूं कि मैंने कभी आपकी पार्टी को वोट दिया था।’ मोहम्‍मद नुरुद्दीन ने तेलंगाना के डीजीपी को संबोधित करते हुए लिखा, ‘सर उनके खिलाफ सख्‍त कार्रवाई कीजिए। इस देश में कोई भी व्‍यक्ति कानून से ऊपर नहीं हो सकता है। वह शहर का माहौल खराब कर रहे हैं।’ मियां भाई ने लिखा, ‘भाई क्‍यों आग में घी डाल रहा है।’ गौरव टंडन ने ट्वीट किया, ‘इस मूर्खता को बंद कीजिए…जिंदगी में बहुत से अच्‍छे काम करने हैं।’

बता दें कि इससे पहले योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कासगंज हिंसा को छोटी घटना बताते हुए कहा था कि सिर्फ दो लोगों के साथ हादसा हुआ है। इस मामले को तूल देने की जरूरत नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने बुधवार (31 जनवरी) को कासगंज हिंसा के दौरान युवक की हत्या के विरोध में आगरा और फिरोजाबाद में तिरंगा यात्रा निकाली। राज बब्बर के नेतृत्व में कांग्रेस का दल भी कासगंज जाने पर अड़ा है। प्रशासन द्वारा कानून व्यवस्था का हवाला देकर इजाजत न दिए जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अलीगढ़ में प्रदर्शन किया।