कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार में एक मंत्री ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया (Siddaramaiah) के खिलाफ हाल ही में अपमानजनक टिप्पणी करके अपने लिए मुसीबत मोल ली। राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. सी एन अश्वथ नारायण (Dr. CN Ashwath Narayan) ने सिद्धारमैया के बारे में एक बयान में कथित तौर पर कहा था कि, ‘‘टीपू का बेटा सिद्धारमैया आएगा… आप टीपू को चाहते हैं या सावरकर को? हमें टीपू सुल्तान (Tipu Sultan) को कहां भेजना चाहिए? उरी गौड़ा और नांजे गौड़ा ने क्या किया? उसी तरह उन्हें भी बाहर कर दिया जाना चाहिए और भेज दिया जाना चाहिए।’’

मंत्री ने कहा- मेरा मतलब केवल चुनाव में हराना था

हालांकि इस मुद्दे को लेकर मंत्री डॉ. सी एन अश्वथ नारायण ने खेद जताया और कहा कि उनका बयान व्यक्तिगत रूप से सिद्धारमैया के संबंध में नहीं था और यदि कांग्रेस विधायक दल के नेता आहत हुए हैं, तो वह खेद व्यक्त करेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका मतलब केवल चुनावी रूप से हराना है और कोई शारीरिक नुकसान पहुंचाना नहीं है, जैसी कि गलत व्याख्या की जा रही है।

पुराने मैसूर क्षेत्र में एक वर्ग का दावा है कि टीपू की मृत्यु अंग्रेजों से लड़ते हुए नहीं हुई थी, बल्कि उन्हें दो वोक्कालिगा सरदारों उरी गौड़ा और नांजे गौड़ा द्वारा मारा गया था। हालांकि कुछ इतिहासकार इससे असहमति जताते हैं।

कांग्रेस नेता ने लगाया मार डालने के लिए उकसाने का आरोप

उनके इस बयान पर कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और अश्वथ नारायण पर लोगों को उन्हें ‘मार डालने’ के लिए उकसाने का प्रयास करने का आरोप लगाया। सिद्धारमैया ने नारायण के इस बयान पर आपत्ति जतायी कि उनका 18वीं सदी के तत्कालीन मैसूरु साम्राज्य के शासक टीपू सुल्तान की तरह ‘‘परास्त कर उनके जैसा ही अंजाम होना चाहिए।’’

सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से नारायण को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करके उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई शुरू करने का आग्रह किया। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिद्धारमैया, नारायण द्वारा मांड्या में हाल में की गई उस टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे जिसमें उन्होंने, उन्हें (सिद्धरमैया) निशाना बनाया गया था।

सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘उच्च शिक्षा मंत्री अश्वथ नारायण ने लोगों से उसी तरह मुझे भी मार डालने की अपील की है कि जिस तरह टीपू को मारा गया था। अश्वथ नारायण, आप लोगों को भड़काने की कोशिश क्यों कर रहे हैं? खुद ही बंदूक ले आओ।’’