अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सरकारी आवास खाली कर दिया था। हालांकि अभी भी इसे लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। बीजेपी ने एक बार फिर 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित बंगले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल पर आरोप लगाए हैं। बीजेपी नेता और विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा है कि इस ‘शीशमहल’ को बनाने के लिए नियमों को तोड़कर आसपास के कई बंगलों को इसमें मिला लिया गया। उन्होंने कहा कि 10 हजार गज के बंगले को 35 हजार गज का बना दिया।

विजेंद्र गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि ‘पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आवास शीशमहल 6, फ्लैग स्टाफ रोड जिसमें अवैध तरीके से निर्माण किया गया है, शीशमहल मूल रूप से 10000 गज में था। 6 फ्लैग स्टाफ रोड से सटे 45 और 47 राजपुर रोड स्थित 8 टाइप-V के फ्लैट तोड़कर और 8-A और 8-B के दो बंगलो को मिलाकर शीशमहल को लगभग 35000 गज (8 एकड़) के विशाल क्षेत्र में आलीशान महल में तब्दील कर दिया गया।’

नियमों का ताक पर रखा – गुप्ता

विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि इस महल के निर्माण में सभी नियमों को दरकिनार किया गया है। इस बंगले के निर्माण के लिए अधिकतम ग्राउंड कवरेज एरिया और अधिकतम फ्लोर एरिया रेशियो की सीमाओं का पालन भी नहीं किया गया है। बीजेपी ने आरोप लगाते हुए कहा कि ‘अपने आप को कट्टर ईमानदार बताने वाले अरविंद केजरीवाल क्या यह बेईमानी का एक ज्वलंत उदाहरण नहीं है, धोखाधड़ी पार्टी लगातार दिल्ली की जनता को धोखा दे रही है और ईमानदार होने का ढोंग रच रही है।’

बता दें कि इस बंगले को लेकर विवाद एक बार फिर सामने आया जब पिछले दिनों पीडब्ल्यूडी ने इस बंगले को सील कर दिया था। केजरीवाल के आवास करने के बाद इस बंगले में मुख्यमंत्री आतिशी रहने पहुंची थीं। बाद में विजिलेंस में पीडब्ल्यूडी के कुछ अधिकारियों को इस मामले में नोटिस भेजा गया। बिना हैंडओवर लिए सीएम आतिशी को बंगला अलॉट होने का मामला सामने आने के बाद इस बंगले को सील कर दिया गया।