आजमगढ़ संसदीय सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट पर भोजपुरी सुपर स्टार दिनेश लाल यादव (निरहुआ) अपनी दावेदारी पेश करते नजर आ रहे हैं। यही कारण है कि निरहुआ पिछले कुछ दिनों से लगातार जिले का दौरा कर लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। बीजेपी नेता निरहुआ हाल ही में आजमगढ़ पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर पार्टी ने उन्हें मौका दिया तो वह आजमगढ़ लोकसभा सीट से उप चुनाव लड़ सकते हैं। इस दौरान अखिलेश यादव पर बरसते हुए निरहुआ ने कहा कि वो अपने चाचा, भाई-भाभी को संभाल नहीं पाए तो पूरा प्रदेश क्या संभालेंगे।

अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए निरहुआ ने कहा कि सपा की विचारधारा जातिवाद की है, वो तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं। ऐसे में सपा प्रमुख का कहना बिल्कुल सही है कि बीजेपी वाले कभी भी सपाई नहीं हो सकते हैं क्योंकि भारतीय उन्होंने कहा कि जनता जानती है कि अखिलेश यादव का कुछ होने वाला नहीं है, लेकिन आजमगढ़ के लोग कन्फ़्यूज हो गए और दोबारा उनको ही जिताए। पर समाजवादी पार्टी अब दोबारा यूपी में सत्ता में नहीं आ सकती है। निरहुआ ने सपा प्रमुख की सोच और विचारधारा को गलत बताया।

अखिलेश के बस का कुछ भी नहीं- अखिलेश यादव बरसते हुए निरहुआ ने कहा कि सपा वाले जब विपक्ष में बैठकर विरोध करते हैं तो वो समझ ही नहीं पाते कि उन्हें किस मुद्दे पर विरोध करना चाहिए और किस बात पर नहीं। चाचा शिवपाल यादव की अखिलेश से नाराजगी के सवाल पर निरहुआ ने कहा कि जिस पार्टी को नेताजी और शिवपाल ने खड़ा किया उसकी बागडोर जब अखिलेश यादव के हाथ में गयी तो उन्होंने खुद को सर्वेसर्वा समझ लिया, पर अब उनकी समझ में आ गया है कि उनके बस का कुछ भी नहीं। अखिलेश को चाचा शिवपाल की नाराजगी का कारण समझना चाहिए।

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने निरहुआ को अखिलेश यादव के सामने मैदान में उतारा था। 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा, बसपा, कांग्रेस साथ थे और अखिलेश यादव चुनाव जीत गए थे। मगर, निरहुआ ने तीन लाख 61 हजार 704 वोट हासिल किए थे। अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद खाली हुई आजमगढ़ सीट पर लोकसभा उपचुनाव होना है। ऐसे में भोजपुरी सुपर स्टार निरहुआ दोबारा मैदान में उतर सकते हैं।