ऐसे समय में जब देश में कोरोनावायरस महामारी कहर बरपा रही है और भारत दूसरी लहर के बीच बड़ी संख्या में कोविड -19 मामले दर्ज कर रहा है, भाजपा के कई नेता संक्रमण को रोकने के लिए अनाप शनाप उपाय बता रहे हैं। कोई गोमूत्र पीने की सलाह दे रहा है, पवित्र धुआं हवा में फैलकर वायरस को खत्म करने की कोशिश कर रहा है ।

हाल में ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किए जा रहा है जिसमें मेरठ के भाजपा नेता गोपाल शर्मा और कुछ समर्थक शंख बजाते और ‘जय श्रीराम’ और ‘हर हर महादेव’ के नारे लगाते नजर आ रहे है ।

गोपाल शर्मा ने दावा किया कि ये पवित्र धुआं हवा में फैलकर वायरस को रोक देगा । उन्होंने यह भी दावा किया कि शंख और पवित्र धुआं हवा में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाएंगे और जिससे लोग बीमारी से तेजी से ठीक होंगे ।

बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने भी गैरजिम्मेदराना बयान देते हुए कहा था कि गोमूत्र पीने से वायरस के संक्रमण से बचाव होगा। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि मैं रोज गोमूत्र लेती हूं। इसीलिए मैं अभी तक इस बीमारी से संक्रमित नहीं हुई। यह पहली बार नहीं है जब प्रज्ञा ठाकुर ने इस तरह की बात कहि हो । दो साल पहले उन्होंने कहा था कि गोमूत्र और अन्य गाय उत्पादों के मिश्रण से उसका कैंसर ठीक हो गया था।

कुछ दिनों पहले, मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए यज्ञ करने का सुझाव दिया था। उषा ठाकुर ने कहा कि चार दिनों तक लगातार यज्ञ करने से पर्यावरण शुद्ध होगा और कोविड -19 की तीसरी लहर भारत को भी नहीं छू पाएगी। ठाकुर की अक्सर उनकी विचित्र टिप्पणियों और सार्वजनिक रूप से मास्क नहीं पहनने के लिए आलोचना की जाती है।

उत्तर प्रदेश के एक भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने दावा किया था कि गोमूत्र पीने के वजह वे कोरोनावायरस से ठीक हुए है । उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे 50 मिली गोमूत्र को 100 मिली पानी में मिलाकर सेवन करें। उन्होंने यह भी दावा किया कि यह हृदय रोग के खिलाफ भी काम करता है। भाजपा नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की हाल ही में उनकी टिप्पणी के लिए आलोचना की गई थी कि जिसमे उन्होंने कहा था कि कोरोनावायरस एक जीवित जीव है उसे भी जीने का अधिकार है। उन्होंने कहा था कोरोना वायरस भी एक जीवित जीव है और हम लोगों की तरह उसे भी जीने का अधिकार है। लेकिन इंसान खुद को श्रेष्ठ समझते हैं और इसे खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए यह लगातार खुद को बदल रहा है।

यह पहली बार नहीं है जब देश राजनेताओं को वायरस के संक्रमण पर इस तरह के अजीबोगरीब दावे करते हुए देख रहा है। इससे पहले, भारत में कोविड -19 महामारी की पहली लहर के दौरान, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने दावा किया था कि ‘भाभीजी पापड़’ के सेवन से कोरोनावायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी बनाने में मदद मिलेगी।

मध्य प्रदेश के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने दावा किया था कि अयोध्या में राम मंदिर बनने से कोरोनावायरस का अंत हो जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने धूप सेंकने का सुझाव दिया था और कहा था कि 10-15 मिनट धूप में खड़े रहने से विटामिन डी का उत्पादन होता है जो कोरोनावायरस को मार देगा। असम की भाजपा विधायक सुमन हरिप्रिया ने भी कोरोनावायरस संक्रमण के खिलाफ गोमूत्र का सुझाव दिया था। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस तरह के दावों का पालन करने के खिलाफ है । आपको बता दें कि पिछले 24 घंटे में भारत में कोविड -19 के 2.67 लाख से अधिक ताजा मामले और 4,529 मौत दर्ज की गयी ।