बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री बृजभूषण शरण सिंह को हल्का आदमी बताया है। बृजभूषण गुरुवार को उत्तर प्रदेश के सीतापुर के महमूदाबाद तहसील में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि ओम प्रकाश राजभर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं को गुंडा कहा है, तो इस मामले में उनका क्या कहना है? बृजभूषण शरण सिंह ने तुरंत जवाब दिया, ‘ऐसे हल्के व्यक्ति की बात का हम जवाब नहीं देते।’
बृजभूषण का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। बृजभूषण शरण सिंह ने बिहार के दरभंगा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को लेकर कहे गए अपशब्दों पर विपक्ष पर हमला बोला।
बृजभूषण सिंह ने कहा कि कांग्रेस जिस तरह का बर्ताव कर रही है, उससे वह खुद ही अपनी कब्र खोदने का काम कर रही है।
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उत्तर प्रदेश में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज और ओम प्रकाश राजभर के द्वारा उन्हें गुंडा कहे जाने वाले बयान को लेकर परिषद के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त आक्रोश है। राजभर के बयान के खिलाफ जब एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उनके लखनऊ आवास पर प्रदर्शन किया तो सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने आरोप लगाया कि यह एक अति पिछड़े नेता पर हमला है। राजभर सुभासपा के प्रमुख हैं।
सुभासपा ने आरोप लगाया है कि राजभर के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने एबीवीपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और यह भी आरोप लगाया कि ओम प्रकाश राजभर के घर पर पथराव किया गया।
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सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने कहा कि यह गुंडागर्दी है। राजभर ने कहा, “अगर कोई अति पिछड़ों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले अति पिछड़े नेता को निशाना बनाता है तो उसे कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।” कांग्रेस ने भी राजभर का समर्थन किया और कहा कि अति पिछड़े नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।
लाठीजार्ज के मामले ने पकड़ा तूल
एबीवीपी के छात्रों ने रामस्वरूप यूनिवर्सिटी में अवैध रूप से संचालित किए जा रहे पाठ्यक्रमों को बंद करने की मांग को लेकर आंदोलन किया था। उसी दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। पुलिस के द्वारा किए गए लाठीचार्ज में घायल हुए एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का मामला तूल पकड़ गया है। उत्तर प्रदेश में कई जगह पर एबीवीपी के कार्यकर्ता जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाठीचार्ज की घटना की जांच के आदेश दिए हैं।