गुजरात के वडोदरा से एक हैरान अरने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बीजेपी नेता ने अपनी ही पार्टी के दूसरे नेता को ठग लिया। भाजपा पार्षद पराक्रम सिंह जडेजा ने अपनी पार्टी के सहयोगी दिलीप सिंह गोहिल और दो अन्य के खिलाफ एक फर्जी भूमि सौदे में 21 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। इसके तीन महीने बाद दिलीप गोहिल को गुरुवार को दुबई से अहमदाबाद एयर पोर्ट पर उतरते ही गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस में अपनी शिकायत में पराक्रम जडेजा ने कहा कि पिछले साल दिलीप और कमलेश ने उन्हें सुखालीपुरा गांव में एक जमीन बेचने की पेशकश की थी जो कथित तौर पर कमलेश के चाचा की थी।

चाचा की जमीन बेचने के नाम पर की ठगी

शिकायत में कहा गया है कि कमलेश देत्रोजा ने दावा किया था कि उनके चाचा अमृत पारेचा ने उन्हें ज़मीन बेचने के लिए पावर ऑफ़ अटॉर्नी दी थी। पार्षद जडेजा ने आरोप लगाया कि दिलीप गोहिल और कमलेश देत्रोजा ने उनसे कहा कि वे उक्त ज़मीन में पार्टनर बन गए हैं और उन्होंने इसे 1.45 करोड़ रुपये में बेचने का फैसला किया है। शिकायत में कहा गया है कि जिसके बाद पराक्रम जडेजा ने उन्हें 21 लाख रुपये अग्रिम भुगतान किए, जिसमें से कमलेश ने 11 लाख रुपये लिए और दिलीप को 10 लाख रुपये दिए गए।

‘जज साहब’ की पत्नी और दो बेटों को उम्रकैद, 18 साल पुराना है केस

जमीन का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए चाचा के हमशक्ल को लाया

पार्षद पराक्रम जडेजा ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने कथित तौर पर उससे कहा कि चूंकि अमृत पारेचा बीमार है इसलिए बीमारी से ठीक होने के बाद ही जमीन का रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इस बीच, पराक्रम जडेजा से सेल के कागजों पर हस्ताक्षर करवाए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि बाद में उनकी अनुपस्थिति में, आरोपी ने कथित तौर पर वडोदरा में सब-रजिस्ट्रार के ऑफिस में सेल डीड के रजिस्ट्रेशन के लिए जमीन मालिक के रूप में खुद को पेश करने के लिए चाचा पारेचा के हमशक्ल सोधा को लाया।

पुलिस ने बताया कि जब शिकायतकर्ता को ज़मीन के कागजात दिए गए तो उसे शक हुआ कि कुछ गड़बड़ है क्योंकि उसने जो बाकी रकम अमृत पारेचा को दी थी वह मालिक को नहीं दी गई थी। जांच करने पर जडेजा को धोखाधड़ी का पता चला और उसने पुलिस को इसकी सूचना दी।

वडोदरा शहर पुलिस ने बीजेपी नेता के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था

वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) स्कूल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष दिलीप गोहिल शहर में 21 जनवरी को उनके खिलाफ दर्ज कथित धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तारी से बच रहे थे। वडोदरा शहर पुलिस ने गोहिल के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया था। बुधवार को वडोदरा क्राइम ब्रांच द्वारा वडोदरा लाए जाने के बाद गोहिल को गिरफ्तारी की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाया गया। इससे पहले, वडोदरा सिटी पुलिस ने मामले में दो अन्य आरोपियों जामाजी सोढ़ा और कमलेश देत्रोजा को गिरफ्तार किया था। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स